मोनिका शर्मा, धर्मशाला
देश के चुनिंदा शहरों में शामिल स्मार्ट सिटी धर्मशाला में एक बार फिर विकास परियोजनाओं को तेजी मिलने जा रही है। साल 2012 में बैजनाथ से आकर धर्मशाला को कर्मभूमि बनाने वाले सुधीर शर्मा ने चुनाव के बाद बतौर शहरी विकास मंत्री 100 से ज्यादा परियोजनाओं पर काम शुरू किया था। इन प्रोजेक्टों में सबसे अहम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट है। स्मार्ट सिटी के तहत धर्मशाला में 75 प्रोजेक्ट चलाए जाने हैं। इनमें से अब तक 12 प्रोजेक्ट मुकम्मल हो सके हैं। इसके अलावा 63 प्रोजेक्टों पर काम शुरू होना या चल रहा है।
पिछले पांच साल की बात की जाए, तो भाजपा कार्यकाल में इन प्रोजेक्टों पर उतनी तेजी से काम नहीं हो पाया है, जिसकी उम्मीद की जा रही थी। साल 2017 में भाजपा की सरकार आने के बाद इन परियोजनाओं पर धीमी गति से काम हुआ है। इन चुनावों में धर्मशाला से दूसरी बार विधायक चुने गए सुधीर शर्मा ने बताया कि स्मार्ट सिटी के कार्यों में तेजी लाना उनकी प्राथमिकता रहेगा। इसके अलावा शहर और गांव में चल रही दूसरी परियोजनाओं को हर हाल में तय समय पर मुकम्मल किया जाएगा।
इन प्रोजेक्टों पर जनता की नजर
सुधीर शर्मा के समय गगल के पास आईटी पार्क विकसित करने की चर्चा शुरू हुई थी। इसके बाद कई घोषणाएं हुईं, भाजपा ने कई दावे किए, पर काम शुरू नहीं हो पाया है। इसके अलावा मोनो रेल, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, ट्यूलिप गार्डन पर काम होना बाकी है। अघंजर महादेव में काम हुआ है, लेकिन अभी काफी औपचारिकता बाकी है। शिक्षाविद संजीव ठाकुर, पेंशनर राजीव शर्मा ने उम्मीद जताई है कि अब इन सभी प्रोजेक्टों का काम स्पीडअप होगा।
गांवों के स्मार्ट प्रोजेक्ट
शहर के साथ सुधीर शर्मा ने गांवों में भी प्रोजेक्ट शुरू किए थे। इसमें सबसे बड़ा प्रोजेक्ट ओबीसी भवन पास्सू है। इसकी फिनिशिंग बरसों से नहीं हो पाई है। इसके अलावा पास्सू गांव में ही सब्जी मंडी शुरू नहीं हो पाई है। गांवों में मैदान व पार्क भी विकसित होने हैं। किसान श्याम, नरेंद्र, विजय ने कहा कि उन्हें नई सरकार से बड़ी उम्मीदें हैं।
शर्मा के विभाग पर नजर
दिग्गज कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा के विभाग पर सारे कांगड़ा व हिमाचल की नजरें टिक गई हैं। उन्हें बड़ा पोर्टफोलियो मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। वह बैजनाथ में साल 2003 और 2007 में विधायक रहने के बाद साल 2012 में धर्मशाला से जीते थे। इस बार जीत के बाद अब पार्टी में उनका कद और बढ़ा है। जनता को उम्मीद है कि उन्हें बड़ा महकमा मिलेगा।