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शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि: विवि धर्मशाला और फ्रांस के बीच एमओयू

विवि धर्मशाला

मोनिका शर्मा, धर्मशाला

शिक्षा के क्षेत्र में धर्मशाला के केंद्रीय विश्वविद्यालय को एक और उपलब्धि मिली है। प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने फ़्रांस में सेंट मैरी डे चावग्नेस इंस्टीट्यूट, कांस, फ्रांस से दो समझौता ज्ञापनों पर करार किया है। इस मौके पर सिटी डिप्टी मेयर और संस्थान सेंट मैरी डे चावग्नेस के महानिदेशक डॉ क्रिस्टोफ मौजूद रहे।

इस करार के तहत, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय और सेंट मैरी डे चावग्नेस इंस्टीट्यूट, फ्रांस के छात्रों और संकाय सदस्यों को विनिमय कार्यक्रमों में शामिल होने का अवसर मिलेगा जहां वे अपने ज्ञान और अनुभव साझा कर सकते हैं, नए शैक्षणिक दृष्टिकोण तलाश सकते हैं और अपने बौद्धिक क्षितिज का विस्तार कर सकते हैं। संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों का यह आदान-प्रदान दोनों संस्थानों के बीच अनुभवों को समृद्ध करेगा और वैश्विक दृष्टिकोण को बढ़ावा देगा। इसके अतिरिक्त यह समझौता ज्ञापन संयुक्त अनुसंधान और शैक्षिक विकास को गति देगा। दोनों संस्थानों के संसाधनों का उपयोग उत्कृष्ट अनुसन्धान परियोजनों में किया जायेगा जिससे अंततः दोनों देशों के विद्यार्थी और समाज लाभान्वित होंगे. यह सहयोग न केवल दोनों संस्थानों की अनुसंधान क्षमताओं को बढ़ाएगा बल्कि ज्ञान की उन्नति और समाज की बेहतरी में भी योगदान देगा।

 

इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने बताया कि इस करार के तहत केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला और संस्थान सेंट मैरी डे चावग्नेस संयुक्त डिग्री प्रोग्राम और ड्यूल डिग्री प्रोग्राम के साथ ही ऑनलाइन कोर्सेस भी शुरू करेंगे जिससे दोनों देशों के विद्यार्थी वृहद् ज्ञान और कौशल से लाभान्वित हो सकेंगें. हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इस करार से विद्यार्थियों को नवाचारी ज्ञान के साथ-साथ एक एक्सपोज़र मिलेगा जिससे उनकी वैश्विक जागरूकता और रोजगारोन्मुख कौशल में निखार आएगा साथ ही वैश्विक नेटवर्क भी बनेगा जो रोज़गार के नवीन अवसर प्रदान करने में मददगार साबित होगा ।

इस करार से केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षकों के फायदे बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि अब शिक्षक भी फ़्रांस जाकर वहां की शिक्षा पध्धति और संस्कृति को समझ सकेंगे, संयुक्त तत्वावधान में शोध कर सकेंगे और साथ ही अपने शिक्षण कौशल को और निखार सकेंगे और यही फायदा फ़्रांस के शिक्षकों को भी हिमाचल आकर होगा जिसका अंततोगत्वा लाभ दोनों देशों के विद्यार्थी और समाज को ही मिलेगा ।

उन्होंने बताया कि यह साझेदारी उत्कृष्टता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है और निस्संदेह हमारे छात्रों और शिक्षकों के लिए नए आयाम अग्रसर करेगी। इस साझेदारी से जहाँ एक ओर हमारे विद्यार्थियों को फ्रांस की शिक्षा व्यवस्था , ज्ञान परंपरा और संस्कृति को जानने का अवसर मिलेगा वहीं दूसरी ओर फ्रांस के विद्यार्थी और शिक्षक भी भारत की संस्कृति, परंपरा और ज्ञान मीमांसा से परिचित हो पाएंगे।

*एचपीयू में शुरू होगा फ्रेंच ट्रेनिंग प्रोग्राम*

दूसरे समझौता ज्ञापन के रूप में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला और सेंट मैरी डे चावेस इंस्टीट्यूट, कांस, फ्रांस के बीच करार हुआ जिसके तहत हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला में अब फ्रेंच ट्रेनिंग प्रोग्राम इस संस्थान के माध्यम से चलाया जाएगा। वहीं जी20 में हुई चर्चा के अनुसार फ्रांस सरकार अब छात्र वीजा उपलब्ध करवाने में आसानी लाएगी जिसका फायदा इस समझौता ज्ञापन को मिलेगा।

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