जदरांगल में केंद्रीय
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की एडवाइजरी कमेटी द्वारा जदरांगल में केंद्रीय विश्वविद्यालय के नॉर्थ कॉम्प्लैक्स के निर्माण कार्य के लिए अनुमति दे दी गई है। इससे धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय परिसर के निर्माण की राह प्रशस्त होगी। जल्द ही निर्माणकार्य शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि इससे पहले वन विभाग की तरफ से अनुमति नहीं मिली थी। इसका कारण क्षेत्र में होने वाली भारी बारिश और 650 एकड़ चिह्नित भूमि को अपर्याप्त बताया गया था। केंद्र सरकार की वन सलाहकार समिति की बैठक 27 जनवरी 2023 को हुई थी। इस बैठक में कई एजेंडे रखे थे। इसमें सीयू के जदरांगल में बनने वाले भवन का भी मामला था।
बैठक में बारिश और कम जमीन का हवाला देकर यहां भवन निर्माण न करने का फैसला लिया गया था। देहरा में 115 हेक्टेयर भूमि पर काम शुरू देहरा में केंद्रीय विवि की 115 हेक्टेयर भूमि को समतल किया जा चुका है। यहां पर भवन निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। आगामी तीन सालों में केंद्रीय विश्वविद्यालय के देहरा परिसर को बना दिया जाएगा। देहरा में विभाग को पर्याप्त भूमि मिल चुकी है। जबकि धर्मशाला में मामला लटका हुआ था। संस्थाएं भी बुलंद करती रही हैं आवाज धर्मशाला के जदरांगल में केंद्रीय विश्व विद्यालय के परिसरों के निर्माण की मनाही के बाद कई संस्थाओं ने अपनी आवाज को बुलंद किया था।
जन चेतना सहित जदरांगल संघर्ष समिति द्वारा इस मामले को सार्वजनिक रूप से उठाया गया था, जिसमें उन्होंने धर्मशाला के हक को न छीने जाने का आग्रह भी राजनेताओं से किया था। सांसद किशन कपूर ने संसद सत्र में किया सवाल पिछले एक दशक से लंबित इस मामले पर पर्यावरण मंत्रालय द्वारा लिया गया निर्णय संतोषनजक है। संसद सत्र में सांसद किशन कपूर ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण का मामला प्रश्नकाल के दौरान उठाया था। इसके अलावा वे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से भी इस संबंध में मिले थे। धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थायी तौर पर स्थापित होने जा रहा है। पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गहन विचार-विमर्श के बाद अब नए प्रस्ताव के तहत 57.10 हेक्टेयर वन भूमि के प्रयोग की अनुमति दी गई है । इस प्रस्ताव में वृक्षों का कटान कम होगा।