बंगाणा, Una Hamirpur Highway Dumakhar Bridge, ऊना-हमीरपुर नेशनल हाईवे पर बने डूमखर पुल को आत्यधिक खनन से भविष्य में खतरा उत्पन्न हो सकता है। इस समय यह पुल पूर्णतय सुरक्षित है। इस पुल के निर्माण स्थल की कुछ दूरी पर ही डूमखर व लूणखर खड्ड में पिछले कई वर्षों से खनन जारी है। खनन विभाग द्वारा इन खड्डों में अवैध खनन के कई मामले दर्ज करके लाखों रुपये जुर्माने के तौर पर प्राप्त किए हैं। बावजूद इसके इन खड्ढों में रात के अंधेरे में खनन जारी है।
साल 2008 में सीएंडसी कंपनी द्वारा इस पुल का निर्माण किया गया है। इस पुल की लंबाई 124 मीटर है। 12 वर्ष पूर्व सीएंडसी कंपनी द्वारा इस पुल का निर्माण कर लोक निर्माण विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है।
इस पुल के निर्माण पर करोड़ों रुपये की राशि कंपनी द्वारा खर्च की गई है। इस पुल के निर्माण के लिए कंपनी द्वारा आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया है व भविष्य में 84 वर्षों तक इस पुल की लाइफ हो सकती है। लेकिन इस पुल को इन खड्डों में अत्यधिक हो रहे खनन से विचार की जरूरत है।
यह पुल क्षेत्र के दर्जनों गांवों को जोड़ता है। इस पुल पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में छोटे व बड़े वाहन गुजरते हैं। वर्तमान में इस पुल की देखरेख का कार्य लोक निर्माण विभाग बंगाणा द्वारा संभाला गया है। भारी बरसात होने पर इस पुल के नीचे से पानी का बहाव बहुत तेज हो जाता है।
विभागीय जानकारी के मुताबिक वर्ष 2008 में सीएनसी कंपनी ने इस पुल को विभाग के सुपुर्द कर दिया था। इस पुल के निर्माण में जो पिलर लगाए गए हैं उनकी फाउंडेशन जमीन में 6 मीटर है। इस पुल की आयु सीमा कम से कम 70 वर्ष व अधिक 100 वर्ष है। उत्तम क्वालिटी की स्टील, सीमेंट व कंक्रीट के मिश्रण को इस पुल के निर्माण में सी एंड सी कंपनी द्वारा प्रयोग किया गया है। कंपनी द्वारा 5 वर्ष की देखरेख के बाद पुल की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपी गई है।
लोक निर्माण विभाग बंगाणा उपमंडल के अधिशाषी अभियंता शशि पाल धीमान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 14 वर्ष पहले इस पुल का निर्माण किया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से यह पुल पूर्णतया सुरक्षित है। पुल के निर्माण स्थल के नजदीक किसी प्रकार का कोई खनन नहीं हो रहा है।