जिला मंडी के अधिष्ठाता बड़ा देव कमरुनाग मंदिर की पवित्र झील से सोना चांदी लूटने की कोशिश हुई है। घटना गत दिनों की बताई जा रही है तथा झील के पहरेदारों को कमरे में बंद कर दस से ज्यादा शातिर सोना-चांदी लूटने के लिए पवित्र कमरुनाग झील में घुस गए। उन्होंने मंदिर स्थल पर ढाबा संचालकों को भी हथियार दिखाकर धमकाया। सोना-चांदी और नकदी निकालने के लिए झील से कथित छेड़छाड़ की गई है। लाठियां लेकर शातिरों के मंदिर में घुसने का वीडियो एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में सामने आया है।
वीडियो में लुटेरे झील से सोना-चांदी निकालने के लिए चोरी की वारदात को अंजाम देते साफ दिखाई दे रहे हैं। शातिरों को इसमें कामयाबी मिली है या नहीं, इसकी जानकारी नहीं मिली, क्योंकि मंदिर स्थल पर लगे अधिकतर सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं। बता दें कि कमरुनाग देवता की झील में हर साल ऐतिहासिक सरानाहुली मेले में लोग मन्नत पूरी होने पर सोना-चांदी और नकदी अर्पित करते हैं। मंदिर में देवता को चढ़ाया गया चढ़ावा भी झील को समर्पित कर दिया जाता है। ऐसे में झील के अंदर अकूत खजाना छिपा पड़ा है। इस खजाने को रहस्यमयी झील से आज तक कोई अंश मात्र भी नहीं निकाल पाया है। ऐसा माना जा रहा है कि गत दिनों सोना चांदी लूटने के इरादे से आए शातिर भी खाली हाथ लौटे हों।
देवता के पूर्व कटवाल रणजीत सिंह ठाकुर ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि देवलू कमेटी से चर्चा करने के बाद घटना की पुलिस को सूचना दी है। दूसरी ओर वर्तमान कटवाल भीष्म ने बताया कि इस बारे उन्हें व देवता कमेटी को कोई जानकारी नहीं है। फिलहाल सत्यता जानने के लिए घटना का पता लगाया जा रहा है। एसडीएम रमन शर्मा ने बताया कि झील से छेड़छाड़ की बात सामने आई है। देवता कमेटी, पंचायत व अन्य माध्यम से कोई भी शिकायत प्रशासन व पुलिस के पास नहीं आई है। शिकायत आती है तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।