पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप
बीड़ बिलिंग घाटी में आठ वर्षों के अंतराल के बाद प्रदेश पर्यटन विभाग और बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के प्रयासों से पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी वर्ल्ड कप के सफल आयोजन के बाद अब इसी वर्ष अक्तूबर-नवंबर में पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कांगड़ा को पर्यटन जिला के रूप में विकसित करने की घोषणा की है।
इसी के तहत विश्व में दूसरे स्थान पर आने वाली घाटी में नवंबर में वर्ल्ड कप के आयोजन को मुख्यमंत्री ने सकारात्मक संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बीड़ में पर्यटन के लिए मांग के अनुसार धन उपलब्ध करवाने की घोषणा की है। बीड़ बिलिंग में अब तक के पैराग्लाइडिंग के इतिहास में एक बार ही 2012 में वर्ल्ड कप का आयोजन संभव हो सका है।
इस दौरान राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय सेना की ओर से प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ है। पैराग्लाइडिंग के साहसिक खेल की सर्वोच्च संस्था फ्रांस की पीडब्ल्यूसीए और एफएआई प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन के बाद ही किसी देश को वर्ल्ड कप की मेजबानी की अनुमति देता है।
एक्यूरेसी फ्री वर्ल्ड कप के आयोजन के बाद घाटी में पर्यटन को बढ़ावा मिला है। पिछले एक सप्ताह से घाटी में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। जून में 12 करोड़ से बने दुनिया के पहले पैराग्लाइडिंग स्कूल का उद्घाटन करवाने का प्रयास किया जा रहा है। यह इस स्कूल की शुरुआत प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।