उपमंडल ठियोग में वीरवार रात हुई मूसलाधार वर्षा से कई पंचायतों में सेब के बगीचों और सड़कों को काफी नुकसान पहुंचा है। सरोग पंचायत के बरासता गांव में रात को एक निर्माणाधीन रिजार्ट का डंगा ढह गया। बारिश से नीचे पानी के बहाव के कारण राजीव वर्मा के सेब बगीचे में पौधे बह गए। उधर शिलारू और नारकंडा के बीच कंडयाली गांव में भी भूस्खलन के कारण एक महिला बागवान के बगीचे को नुकसान हुआ है। दर्जनों सेब के फल वाले पेड़ मलबे में दब गए।
उधर चिखड़ संपर्क मार्ग भी भूस्खलन के कारण टूट गया है जिस कारण बागवानों का सैकड़ों पेटी सेब और 300 बोरी गोभी की फंस गई हैं। चिखड़ और अन्य खड्डों में भी पानी के तेज बहाव के कारण काफी नुकसान हुआ है। क्षेत्र की अधिकतर पेयजल परियोजनाएं भी गाद के कारण ठप हो गई हैं। ग्रामीण सड़कों को काफी नुकसान पहुंचा है इस कारण किसानों व बागवानों को अपनी फसलें मंडियों तक पहुंचाने में परेशानी हो रही है। भालेच में मकान ढहने से श्रमिक घायल, एक आइजीएमसी रेफर.ठियोग के निकट भालेच गांव में वीरवार रात बारिश से एक मकान ढह गया। इससे इसमें रह रहे दो नेपाली श्रमिक घायल हो गए हैं। इन्हें उपचार के लिए ठियोग अस्पताल लाया गया, जहां से एक श्रमिक को आइजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया। इसी गांव में बागवान संदीप वर्मा के बगीचे को भी नुकसान हुआ है। उनके 30 से अधिक सेब के पेड़ मलबे में दब गए हैं। उधर बरासता गांव में राजीव वर्मा के सैकड़ों पेड़ भारी वर्षा में बह गए।