भारत के हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में एक रूसी-यूक्रेनी प्रेमी जोड़े ने शादी के बंधन में बंधकर प्यार का संदेश भेजा है. यूक्रेन-रूस इन दिनों युद्ध की आग में जल रहे हैं. इस बीच एक यूक्रेनी महिला और रूसी पुरुष ने धर्मशाला में विवाह किया और दोनों देशों को युद्ध नहीं प्रेम करने का संदेश दिया.
28 वर्षीय यूक्रेनी महिला अलोना बर्माका (Alona Burmaka) और 37 वर्षीय रूसी मूल के इजरायली व्यक्ति सर्गेई नोविकोव (Sergey Novikov) ने भारत के विशेष विवाह अधिनियम के तहत सोमवार को धर्मशाला में अपनी शादी का पंजीकरण कराया. वे एक महीने पहले ही हिंदू परंपरा के अनुसार शादी की रस्में निभा चुके हैं. महिला का कहना है कि हिन्दू संस्कृति बहुत ही खूबसूरत है, इसलिए हमने फैसला किया कि हम हिन्दू रीति-रिवाज से शादी करेंगे.
दरअसल, नोविकोव जब इजराइल में रहते थे तो वहां उसकी मुलाकात अलोना से हुई. दोनों छह साल तक रिलेशनशिप में रहे. एक साल पहले दोनों भारत आए और उन्हें पता चला कि यहां हिंदू परंपरा और संस्कृति से शादी करने के लिए एक विशेष स्थान धर्मशाला है.
नोविकोव ने कहा, ‘कभी रूस और यूक्रेन एक राष्ट्र थे. भाइयों की तरह रहते थे. हमें प्यार करने की जरूरत है. युद्ध नहीं. हिंसा अच्छी नहीं है. सिर्फ सरकारें हैं जो लड़ रही हैं और लड़वा रही हैं.’
एसडीएम धर्मशाला शिल्पा बेकता ने नव-विवाहित जोड़े का विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी किया. बेकता ने मीडिया को बताया कि धर्मशाला में विदेशियों की करीब 40 फीसदी शादियां स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत पंजीकृत होती हैं. उन्होंने कहा, ‘1 जनवरी से 5 सितंबर, 2022 तक, 106 शादियां पंजीकृत की गई हैं. लगभग 40 शादियां विदेशियों से संबंधित हैं, यानी एक विदेशी भारतीय नागरिक या तिब्बती शरणार्थी से शादी कर रहा है.’