जो भारत देश 2012 में एक एक मेडल के लिए तरसता था ,125 करोड़ देश की जनता टकटकी लगाकर यह देखती थी कि भारत की झोली में भी कोई मेडल आएगा तब यह बात सपना होती थी लेकिन एक समय 2014 के बाद का ऐसा आया कि खेल क्षेत्र में भारत देश ने इतिहास रचा जिसका प्रमाण हाल ही में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स में देखने को मिला है जहां भारत की झोली में दो दर्जन के करीब अकेले गोल्ड मेडल आए हैं जो अपने आप में भारत देश को गौरवान्वित करने वाली बात है। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने मंगलवार को खंड स्तरीय अंडर 19 छात्राओं की खेल प्रतियोगिता जिसका आयोजन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुठेड़ा में हुआ था उस के समापन अवसर पर कहीं। तीन दिनों 21 से 23 अगस्त तक आयोजित हुई खंड स्तरीय छात्राओं की इस खेलकूद प्रतियोगिता में दो ब्लॉक नदौन एवं टोनी देवी के दो दर्जन स्कूलों के 258 छात्रा खिलाड़ियों ने भाग लिया।
प्रतियोगिता का शुभारंभ रविवार को किया गया था इससे पहले समापन अवसर पर यहां पहुंचे मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का खेल आयोजकों के साथ-साथ स्कूल प्राचार्य मंजू ठाकर एवं स्टाफ सदस्यों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस प्रतियोगिता में कबड्डी वॉलीबॉल बैडमिंटन इत्यादि प्रतियोगिता आयोजित की गई। छात्र खिलाड़ियों की मार्च पास्ट की सलामी लेने के बाद खेलों का विधिवत समापन किया गया। छात्रा खिलाड़ियों ने खेल मैदान में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेकर दर्शक दीर्घा में बैठे मुख्य अतिथि एवं अन्य लोगों का खूब मनोरंजन किया ।स्कूल प्राचार्य स्टाफ सदस्यों सहित खेल आयोजक कमेटी ने यहां पहुंचे मुख्य अतिथि को शाल टोपी एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने 3 दिनों तक आयोजित हुई इस खेल प्रतियोगिता में भाग लेने वाले तमाम खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेलों में भाग लेना खेलों को जीतने से कम नहीं है। हार तो उनकी होती है जो खेलों में भाग ही नहीं लेते आज भारत देश की लड़कियां हर खेल स्पर्धा में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत देश का नाम रोशन कर रहे हैं हिमाचल की बेटियां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम में खेल रही हैं हमीरपुर जिले का विकास ठाकुर कॉमनवेल्थ गेम्स में तीसरी बार रजत पदक लेकर आया है।
धूमल ने कहा कि आपको तय करना है कि नशा चुनना है या फिर खेलों में भाग लेना है। यह जीवन एक बार मिला है इसका सही इस्तेमाल करें खेलों में भाग लेकर अपना अपने परिजनों प्रदेश एवं अपने क्षेत्र का नाम रोशन करें। सौभाग्य की बात है कि प्रदेश में ग्रामीण स्तर की प्रतिभा को निखारने के लिए उस प्रतिभा को प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर लाने के लिए खेल महाकुंभ जैसे आयोजन किए जा रहे हैं। इसलिए जब भी मौका मिले खेलों में अवश्य भाग ले।
इस मौके पर मुख्य अतिथि ने विजेता टीमों के खिलाड़ियों को सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
धूमल बोले नशे को बढ़ावा देने वालों को विधानसभा क्षेत्र से बाहर करना है। फैसला आपके हाथ है नशा चुनना है या खेलों के प्रति अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर खेल क्षेत्र में भारत देश का नाम रोशन हो सके देश के खिलाड़ी बेहतरीन खेलों का प्रदर्शन कर सकें इसके लिए लगातार काम कर रहे हैं।।