“अग्निपथ भर्ती योजना’ के तहत चार साल की अवधि के लिए सेना में भर्ती होने का मौका दिया जा रहा है। कल से इस योजना के तहत भर्ती प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। साढ़े 17 साल से 21 वर्ष आयु वर्ग के युवा लड़के और लड़कियां इसके लिए पात्र होंगे। अग्निवीर बनने के लिए 10वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र आवेदन कर सकेंगे। सेना में अभी औसत उम्र 32 साल है जो अगले छह से सात साल में घटकर 24 से 26 साल के बीच आ जाएगी।
इस योजना को रक्षा बलों के खर्च को कम करने की दिशा में सरकार के प्रयासों का एक हिस्सा भी माना जा रहा है। चार साल के सेवाकाल के बाद 75 फीसदी जवानों की सेवाएं समाप्त हो जाएंगी। अधिकतम 25 फीसदी को रेगुलर काडर में जगह मिलेगी। यहाँ ध्यान रहे की पिछली सारी भर्तियां जो किसी वजह से अटकी है रद्द कर दी गई है।
भर्ती की शुरुआत 90 दिन के भीतर हो जाएगी। इस साल 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। पहली भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को छह महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। अग्निवीर को भर्ती के साल 30 हजार महीने तनख्वाह मिलेगी। इसमें से 70 फीसदी यानी 21 हजार रुपये उसे दिए जाएंगे। बाकी 30 फीसदी यानी नौ हजार रुपये अग्निवीर कॉर्प्स फंड में जमा होंगे।
इस फंड में इतनी ही राशि सरकार भी डालेगी। दूसरे साल अग्निवीर की तनख्वाह बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36.5 हजार तो चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाएगी। चार साल में ये बचत 5.02 लाख रुपये होगी। सरकार की ओर से भी इतनी ही रकम जमा की जाएगी। नौकरी पूरी होने के बाद उसे ये रकम ब्याज सहित मिलेगी। जो करीब 11.71 लाख रुपये होगी। ये रकम टैक्स फ्री होगी। इसमें जवान 18 लाख तक का लोन भी ले सकेंगे.
सेवा के दौरान शहीद होने पर सेवा निधि समेत एक करोड़ से ज्यादा की राशि ब्याज समेत दी जाएगी। जवान ड्यूटी के दिव्यांग हो जाता है तो उसे 44 लाख रुपये तक की राशि दी जाएगी और बची हुई नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। चार साल की सेवा के बाद इनको सशस्त्र बल व अन्य सरकारी नौकरियों में वरीयता मिलेगी साथ ही अग्निवीरों को कई राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों में आने वाली नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी।