भारतीय स्तर
हिमाचल प्रदेश में पड़ोसी राज्यों और अखिल भारतीय स्तर पर सामान्य स्थिति के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारी दर सबसे कम 4.0 प्रतिशत है। यह दर अखिल भारतीय स्तर पर 4.1 प्रतिशत, उत्तराखंड में 7.8 प्रतिशत, पंजाब में 6.4 प्रतिशत और हरियाणा में 9.0 प्रतिशत रही। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की ओर से पेश आर्थिक सर्वेक्षण-2022-23 की रिपोर्ट में सामने आई है। इस सर्वेक्षण के अनुसार रोजगार परिदृश्य की बात करें तो यहां पर आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण वर्ष 2021-22 के अनुसार समस्त आयु वर्ग का श्रम बल भागीदारी दर हिमाचल प्रदेश के लिए 58.1, उत्तराखंड के लिए 40.8, पंजाब के लिए 41.3, हरियाणा के लिए 35.4 और राष्ट्रीय स्तर पर 41.3 प्रतिशत से अधिक है।
वर्ष 2021-22 में श्रमिक जनसंख्या अनुपात का समस्त आयु वर्ग यानी 15 साल से अधिक उम्र में 55.8, उत्तराखंड में 37.6, पंजाब में 38.6, हरियाणा में 32.3 और राष्ट्रीय स्तर पर 39.6 से बेहतर है। हिमाचल प्रदेश में 50.5 प्रतिशत महिलाएं आर्थिक गतिविधियों में अधिक सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं।
कृषि और संबद्ध गतिविधियों का रोजगार में हिस्सा 57.03 प्रतिशत
कृषि और संबद्ध गतिविधियों का रोजगार में हिस्सा 57.03, खनन और उत्खनन में 0.20, विनिर्माण क्षेत्र का 7.61, बिजली, गैस आपूर्ति व अन्य क्षेत्र में 0.78, निर्माण में 11.53, व्यापार, होटल, परिवहन, संचार और प्रसारण सेवा का 11.60, वित्तीय रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं का 1.13, लोक प्रशासन और अन्य सेवाओं में 10.12 प्रतिशत है।