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आज प्रदेश भर के सैंकड़ों करुणामूलक आश्रितों का जमाबड़ा शिमला सचिवालय करुणामूलक एजेंडा सौंपने पहुंचा, हजारों की भीड़ से पूरा सचिवालय भर गया, बता दें कि करुणामूलक संघ पिछले एक महीने से करुणामूलक एजेंडे हेतु प्रदेश भर में सर्वे कर रहा था और अंत में पूरा सर्वे करने के बाद उस एजेंडे को लेकर शिमला सचिवालय मुख्यमन्त्री जी से मिलने पहुंचा। संघ द्वारा पिछली सरकार के समय भी बहुत बड़ा आंदोलन किया जा चुका है, जिसे की करुणामूलक क्रमिक भूख हडताल नाम दिया गया। ये भूख हडताल 432 दिन चली थी और ये भूख हडताल चुनाव आचार सहिंता के चलते बन्द करनी पड़ी थी। इसके अलावा संघ पिछली सरकार के समय हर जिले से धरना प्रदर्शन कर चुका है। आज एजेंडा सोम्पने प्रदेश के कोने कोने से आश्रित परिवार पहुंचे, इस एजेंडे के साथ महिलाओं ने भी अपनी भागीदारी सुनिशिचित् की।
पिछली सरकार के समय कुछ परिवारों को राहत तो जरूर मिली थी परंतु कुछ विभागों में क्लास-D के मामलों में नियुक्तियाँ देने में असमर्थ रही थी जबकि क्लास-C में एक भी नियुक्ति नहीं दे पाए थी। मुख्यमन्त्री ने जल्द करुणामूलक् राज्य कार्यकारीणि को अधिकारी लेवल पर जल्द बार्ता के लिए बुलाने का आश्वाशन दिया।संगठन ने सुझाव दिया कि अगर सरकार एक साथ नोकरियाँ देने में असमर्थ है तो बिना शर्त batchwise या 3 batch में नियुक्तियाँ दे सकती है.. जिसमें मुख्यमन्त्री ने हामी भरी है। मुख्यमन्त्री ने बिभिन्न श्रेणियों में योगयता के आधार पर नियुक्तियाँ देने में हामी भरने का आश्वासन दिया है।
मुख्यमन्त्री ने ये भी कहा कि इस बार बजट में करुणामूलक् परिवारों के लिये स्पेशल् बजट का प्राबधान किया जायेगा ।
मुख्य मांगे –
* आगामी कैबिनेट में पॉलिसी संशोधन किया जाए व निम्न बातें ध्यान में रखी जाए। 5 लाख आय सीमा निर्धारित की जाए जिसमें एक व्यक्ति सालाना आय शर्त को हटाया जाए। वित विभाग के द्वारा रेजेक्टेड केसों को कंसिडेर न करने की नोटिफिकेशन को तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया जाए| और रेजेक्टेड केसों को दोवारा कंसिडेर करने की नोटिफिकेशन जल्द की जाए। क्लास-C व क्लास-D में 5% कोटे की शर्त को हमेशा के लिए हटा दिया जाए। योग्यता के अनुसार क्लास-c व क्लास-D के सभी श्रेणियों (Technical+ non Techanical) के सभी पदों में नोकरियां दी जाए ताकि एक पद पर बोझ न पड़े। जिन विभागों में खाली पोस्टें नही है उन केसों को अन्य विभाग में शिफ्ट करके नोकरियाँ दी जाए।
* बजट सत्र में करुणामूलक् आश्रितों के लिए अलग से स्पेशल बजट का प्राबधान किया जाए ।
* समस्त करुणामूलक परिवारों को क्लास-सी व क्लास -डी में अप्रेल माह से नियुक्तियाँ दी जाए ।
उपरोक्त मांगों के सन्द्रभ में जल्द से जल्द कार्यवाही की जाए ताकि सब परिवारों को नौकरी मुहैय्या हो सके।