17 साल बाद शिमला
हिमाचल प्रदेश में बीते 20 वर्षों के दौरान अप्रैल में दूसरी बार बादल झमाझम बरसे। 17 साल बाद शिमला में 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश हुई, जबकि 10 वर्ष में अप्रैल में अधिकतम पारा सबसे कम रिकॉर्ड किया गया। इस साल एक से 30 अप्रैल तक प्रदेश में सामान्य से 63 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई। इससे पहले वर्ष 2021 में 70 और 2019 में 50 फीसदी अधिक बारिश दर्ज हुई थी। शनिवार रात और रविवार को शिमला में 54 मिलीमीटर बारिश हुई। इससे पहले वर्ष 2006 में 56 मिलीमीटर बारिश हुई थी। रविवार को शिमला में झमाझम बादल बरसने के साथ जमकर ओलावृष्टि भी हुई। दोपहर के समय शहर में कुछ देर के लिए अंधेरा छा गया। 2007 से 2022 तक शिमला में 24 घंटे के दौरान दूसरी सबसे अधिक बारिश वर्ष 2017 में 52 मिलीमीटर हुई थी।
वहीं, अप्रैल के अधिकांश दिन इस वर्ष ठंडे मौसम में ही बीते। राजधानी शिमला में इस वर्ष 17 अप्रैल को अधिकतम तापमान 25.9 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। इससे पहले 28 डिग्री से ऊपर चला जाता था। इस वर्ष अप्रैल में दर्ज हुआ यह सबसे अधिक पारा रहा। अन्य दिनों में अधिकतम तापमान औसतन 20 डिग्री से कम रहा। इस वर्ष 25.9 डिग्री रिकॉर्ड अधिकतम तापमान बीते दस वर्ष में अप्रैल में सबसे कम रहा। इससे पूर्व वर्ष 2013 में अप्रैल के दौरान सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 23.9 डिग्री दर्ज हुआ था।
2014 से 2022 तक अधिकतम पारा 26 डिग्री से अधिक रहा। इस बार मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में इस बार अधिकतम पारा 40 डिग्री भी नहीं पहुंचा। ऊना में बीते वर्ष अधिकतम तापमान 43 डिग्री तक पहुंच गया था। राजधानी शिमला सहित ऊंचाई वाले अधिकांश क्षेत्रों में अभी ठंड से बचाव के लिए जैकेट और स्वेटर पहनने पड़ रहे हैं। ठंड के कारण सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित दर्जनों मरीज रोजाना अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। बीते वर्ष अप्रैल के दौरान सामान्य से 89 फीसदी कम बारिश हुई थी। बीते 19 वर्ष में यह सबसे कम बारिश दर्ज हुई थी।
अप्रैल में सभी जिलों में सामान्य से अधिक बरसे बादल- हिमाचल प्रदेश में अप्रैल में इस वर्ष सामान्य से 63 फीसदी अधिक बारिश हुई। प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य से अधिक बादल बरसे। इस अवधि में 64 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। इस वर्ष अप्रैल में 104.1 मिलीमीटर बारिश हुई।