सडक़ें बंद
पीडब्ल्यूडी में नुकसान का आंकड़ा 1300 करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। अब भी 800 सडक़ें ठप हैं। बीते 24 घंटे में हुई ताजा बारिश की वजह से 115 से ज्यादा नई सडक़ें बाधित हुई हैं। बरसात का यह असर शिमला जिला में सबसे ज्यादा पड़ा है। सेब बाहूल क्षेत्रों में सडक़ें बहाल करने का फैसले के बाद पीडब्ल्यूडी ने पूरी ताकत झोंक दी थी, लेकिन शनिवार रात से रविवार सुबह तक अलग-अलग जगह 96 सडक़ों पर भू-स्खलन और डंगे खिसकने की वजह से यातायात बाधित हो गया है।
हालांकि विभाग ने इन सडक़ों को दोबारा से बहाल करने के लिए जेसीबी समेत कर्मचारियों को फील्ड में उतार दिया है। दूसरी ओर कुल्लू और मंडी में तबाही के बाद हालात सामान्य होते नजर आ रहे थे, लेकिन इस बीच एक बार फिर से 17 नई सडक़ें बाधित हो गई हैं। इन सडक़ों पर आवाजाही नहीं हो पा रही है। इनमें जोगिंद्रनगर में सबसे ज्यादा 14, कुल्लू में दो और मंडी में एक सडक़ पर आवाजाही बाधित हुई है। प्रदेश में सडक़ों को हुए कुल नुकसान में से करीब 75 फीसदी हिस्सा शिमला, कुल्लू और मंडी का ही है। शिमला में 458 करोड़ 72 लाख, मंडी में 442 करोड़ 50 लाख रुपए के नुकसान का आकलन अभी तक विभाग ने किया है।
इसके अलावा अन्य जोन की बात करें तो हमीरपुर में 168 करोड़ 73 लाख और कांगड़ा जोन में 116 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। फिलहाल, बीते 24 घंटे में बारिश की वजह से हुए नए नुकसान ने सेब उत्पादकों की चिंता को बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सेब बाहूल क्षेत्र में सडक़ें बहाल करने के निर्देश पहले ही लोक निर्माण विभाग को दे चुके हैं। जबकि लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी विभाग के अधिकारियों की बैठक ली है। हालांकि विभाग के पास अब बजट की कमी भी खलने लगी है। विभागीय सूत्रों की मानें तो पीडब्ल्यूडी की सभी जोन से आने वाली नुकसान की रिपोर्ट को राज्य सरकार तक भेजा जा रहा है ताकि इसे केंद्र की मंजूरी के लिए प्रस्तावित किया जा सके और केंद्र से मिलने वाली आर्थिक मदद का इस्तेमाल सडक़ों को दोबारा बहाल करने पर किया जा सके।
बाढ़ से 33 पुलों को भारी नुकसान
बरसात की वजह से प्रदेश भर में 33 पुलों को भारी नुकसान पहुंचा है। इनमें से 11 पुल बरसात से खड्ड और नालों में आए उफान की वजह से बह गए हैं। जबकि 22 पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इन पुलों को दोबारा से यातायात के लिए बहाल करने में लोक निर्माण विभाग ने केंद्र और राज्य सरकार से आर्थिक मदद मांगी है। जो 11 पुल बरसात की भेंट चढ़ चुके हैं उन्हें दोबारा से स्थापित करने के लिए विभाग को 42 करोड़ 50 लाख रुपए की जरूरत है। जबकि क्षतिग्रस्त हुए पुलों की मरम्मत 22 करोड़ रुपए से हो पाएगी। इन पुलों की बहाली के लिए विभाग को 64 करोड़ 50 लाख रुपए की जरूरत है।
मौसम साफ, तो 301 सडक़ें होंगी बहाल
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता ने बताया कि प्रदेश भर में ठप पड़े यातायात को बहाल करने में पीडब्ल्यूडी ने पूरी ताकत झोंक रखी है। 800 सडक़ों में से 301 को आगामी 24 घंटे में बहाल कर लिया जाएगा। सेब बाहूल क्षेत्र में सडक़ों को देबारा खोलने पर विभाग लगातार प्रयासरत है। बार-बार बारिश होने की वजह से विभाग को नुकसान झेलना पड़ रहा है।।
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