हिमाचल में मई
मई तक मनाली-लेह मार्ग पर असमय बर्फबारी का दौर जारी है। मनाली-लेह मार्ग को बहाल हुए 42 दिन हो गए हैं, लेकिन मनाली-लेह मार्ग पर अभी वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो सकी है। बीआरओ ने 25 मार्च को सामरिक महत्व के इस मार्ग को बहाल किया है। इसका नुकसान कुल्लू-मनाली के पर्यटन कारोबार भी पड़ रहा है।
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण 427 किलोमीटर लंबा मनाली-लेह नेशनल हाईवे छह माह से अवरुद्ध चल रहा है। हालांकि, सीमा सड़क संगठन ने इस बार रिकाॅर्ड 25 मार्च को मनाली-लेह मार्ग को बहाल कर दिया था। ऐसे में अप्रैल के पहले और दूसरे सप्ताह तक पर्यटकों और सेना की कानवाई शुरू होने की उम्मीद थी, मगर दस दौरान अप्रैल में मौसम लगातार खराब रहने व ताजा बर्फबारी के कारण वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो सकी है। पिछले साल 2022 को 25 अप्रैल से मनाली-लेह मार्ग छोटे वाहनों के लिए खुल गया था। सामरिक मार्ग से वाहनों के नहीं खुलने का असर कुल्लू-मनाली के पर्यटन पर भी पड़ रहा है।
इसी कारण लेह-लद्दाख की ओर जाने वाले पर्यटक भी लेह तक के रोमांचक सफर का आनंद नहीं उठा पा रहे हैं। मनाली-लेह मार्ग को लाहौल-स्पीति जिला प्रशासन ने सात नवंबर 2022 को बंद कर दिया था। कुल्लू-मनाली सैर सपाटे को आने वाले पर्यटक भी दारचा से आगे बारालाचा, जिंगजिंगबार तक नहीं जा पा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी ने कहा कि मौसम ने साथ दिया और बीआरओ की क्लीयरेंस मिलने पर 15 मई से वाहनों को खोलने की योजना है। बीआरओ को फिर हटानी पड़ रही बर्फ सीमा सड़क संगठन ने मनाली-लेह मार्ग को इस वर्ष 25 मार्च को बहाल कर दिया है, मगर इसके बाद मई महीने तक मौसम लगातार खराब होने और बर्फबारी का दौर जारी रहा। ऐसे में बीआरओ को फिर से दारचा से आगे बर्फ को हटाना पड़ रहा है।