हिमाचल के जनजातीय
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र काजा में दो मेगावाट का सोलर प्रोजेक्ट स्थापित करने की कवायद शुरू हो गई है। राज्य बिजली बोर्ड आठ करोड़ रुपये की लागत से सोलर प्रोजेक्ट स्थापित करेगा। छह कंपनियों ने प्रोजेक्ट के लिए आवेदन किया है। अब तकनीकी और वित्तीय बिड खुलने के बाद कंपनी का चयन किया जाएगा। इस सोलर प्रोजेक्ट में एक मेगावाट की बैटरियां लगाकर सौर ऊर्जा को स्टोर भी किया जाएगा। सोलर प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाने के लिए जनजातीय विभाग से फंड लिया जाएगा।
सोलर प्रोजेक्ट के तैयार होने से जनजातीय क्षेत्र काजा में बर्फबारी के दौरान भी बिजली की समस्या नहीं रहेगी। दिन के समय जहां सोलर पावर प्रोजेक्ट से सीधे सप्लाई ली जाएगी। रात को एक मेगावाट की बैटरियों में स्टोर की गई ऊर्जा से बिजली सुचारू रखी जाएगी। सोलर प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद पहले स्थानीय लोगों को बिजली मुहैया करवाई जाएगी। इसके बाद अगर बिजली की बचत होती है तो उसे दूसरे क्षेत्रों में बेचा जाएगा। ग्रिड के माध्यम से काजा के सोलर पावर हाउस में बनने वाली बिजली प्रदेश और बाहरी राज्यों तक पहुंच सकेगी। यह प्रदेश में सोलर लाइट पर आधारित बड़े प्रोजेक्टों में से एक होगा।