सड़कों पर उतरे किसान
हिमाचल प्रदेश में बुधवार को सीटों और हिमाचल किसान सभा किसान मजदूरों के हितों की बात करते हुए प्रदर्शन कर रही हैं, जिला मुख्यालय सोलन में भी शहर के चिल्ड्रन पार्क के सामने हिमाचल किसान सभा और सीटू के सांझे बैनर तले किसान मजदूर रैली का आयोजन किया गया जिसमें किसानों मजदूरों को पेश आ रही दिक्कतों पर किसान सभा और सीटू ने नारेबाजी की। इस दौरान सीटू जिला अध्यक्ष मोहित वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार ने श्रम कानून को निरस्त कर चार श्रम संहिता में बदलकर मजदूर वर्ग पर का हमला किया है तथा उद्योग पतियों को शोषण करने का खुला अधिकार दे दिया है।
सीटू मांग करती हैं कि श्रम कानूनों को बहाल किया जाए इसके लिए पूरे देश में सीटू आंदोलनरत है, वही स्कीम भरकर कर्मचारी घोषित करके मिड डे मील, आंगनवाड़ी और आशा वर्कर जैसी परियोजनाओं में बजट की बढ़ोतरी की जाए। वहीं दूसरी तरफ किसानों को लेकर स्वामीनाथन कमीशन के आधार पर सभी तरह की फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाए,सोलन की मुख्य फसल टमाटर है ऐसे में यहां पर टमाटर पर आधारित प्रोसेसिंग उद्योग में लगाया जाए।
मोहित वर्मा ने कहा कि लगातार किसान अपनी मांगों को लेकर एक समर्थन मूल्य फसलों को लेकर मांग कर रहे हैं लेकिन उस पर भी अभी तक गौर नहीं किया गया है दूसरी तरफ जो कर्मचारी मजदूर विभिन्न परियोजनाओं में लगे हैं उनके बजट में भी बढ़ोतरी नहीं की जा रही है ऐसे में इन सब मांगों को लेकर लगातार समय-समय पर हिमाचल किसान सभा व सीटू संघर्ष करती रही और आगे भी करती रहेगी।
इस दौरान जिला भर में इस तरह के प्रदर्शन सीटू द्वारा किए गए हैं जिसमें सोलन,नालागढ़, बाघा,दालड़ाघाट शामिल है,इसी के साथ किसान,मजदूर,केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ 5 अप्रैल को दिल्ली में विशाल किसान मजदूर संघ रैली का आयोजन करने जा रही है जिसको लेकर जगह-जगह पर गांव शहर में प्रचार अभियान भी किया जा रहा है।