लगातार हो रही बारिश
जिले में मौसम का मिजाज खराब बना है। लगातार हो रही बारिश, तेज आंधी और ओलावृष्टि से हमीरपुर जिले में आम की 80 मीट्रिक टन फसल अब तक तबाह हो चुकी है। मौसम की मार से बागवानों को करीब 18. 50 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है। तेज आंधी और ओलावृष्टि से आम के बगीचों में टहनियां गिरी हैं और फूल आदि झड़ गए हैं। जिसे देखकर बागवानों के चेहरे भी मायूस हो गए हैं। बागवान इस बार अच्छी आम की फसल की उम्मीद जता रहे थे। बेसमौसमी बारिश और ओलावृष्टि के चलते बागवानों को मायूस होना पड़ा है।
बागवानों का कहना है कि इस बार अचानक खराब मौसम मौसम से फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है। बता दें कि जिला हमीरपुर की 2500 हेक्टेयर भूमि पर बागवान आम की फसल तैयार करते हैं। अच्छी पैदावार हो जाए तो किसानों को आम की 1200 मीट्रिक टन फसल प्राप्त होती है। लेकिन, इस बार तेज आंधी व ओलावृष्टि ने बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। जिससे बागवानों को करीब साढ़े 18 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। उद्यान विभाग के पास सभी खंडों से नुकसान की रिपोर्ट पहुंच चुकी है। तेज आंधी से जहां आम की टहनियां तक बगीचों में टूट गई हैं। वहीं आम की फसल के भी बगीचों में ढेर लगे हुए हैं। जिन्हें देखकर बागवानों के चेहरे भी लटक गए हैं। उद्यान विभाग हमीरपुर के उपनिदेशक डॉ. राजेश्वर परमार ने बताया कि हमीरपुर जिले में आम की 80 मीट्रिक टन फसल अब तक खराब हो चुकी है। बागवानों को लाखों का नुकसान पहुंचा है। आम के पौधों पर जब फूल अंकुर फूट रहे थे उस समय यह नुकसान हुआ है। इसके चलते बागवानों को आम की फसल का काफी नुकसान झेलना पड़ा रहा है। इस बार जिले में आम की अधिक फसल की उम्मीद थी।