राजधानी शिमला के मालरोड
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तर्ज पर राजधानी शिमला के मालरोड स्थित बैंटनी कैसल में प्रदेश का पहला गांधी संग्रहालय बनाया जाएगा। प्रदेश सरकार ने इसको लेकर भाषा एवं संस्कृति विभाग को निर्देश जारी किए हैं। एक साल के भीतर संग्रहालय तैयार करने का लक्ष्य रखा है। लाइट एंड साउंड शो के बाद गांधी संग्रहालय शिमला में सैलानियों के लिए एक और आकर्षण का केंद्र बनेगा। दिल्ली स्थित राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय की तर्ज पर बनने वाले इस संग्रहालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी यादों को संजोया जाएगा।
गांधी संग्रहालय में महात्मा गांधी की शिमला यात्राओं से जुड़े दस्तावेजों, तस्वीरों, ऑडियो-विजुअल सामग्रियों के अलावा कलाकृतियों और अन्य यादगार वस्तुओं का संग्रह किया जाएगा। दावा किया गया है कि यह संग्रहालय गांधीवादी और संबद्ध अध्ययन और अनुसंधान के लिए एक संसाधन केंद्र के रूप में विकसित होगा। राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय नई दिल्ली के अलावा गांधी मेमोरियल संग्रहालय मदुरै, मणि भवन गांधी संग्रहालय मुंबई और साबरमती आश्रम व संग्रहालय अहमदाबाद में स्थित है।
लाइट एंड साउंड शो के बाद अब बनेगा गांधी संग्रहालय शिमला के बैंटनी कैसल में लाइट एंड साउंड शो के बाद अब लोगों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शिमला यात्राओं से जुड़ी स्मृतियों से रूबरू होने का मौका मिलेगा। सरकार ने बैंटनी कैसल में दिल्ली की तर्ज पर गांधी संग्रहालय तैयार करने का फैसला किया है। एक साल के भीतर संग्रहालय तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। – मुकेश अग्निहोत्री, उप मुख्यमंत्री
अमेरिका के न्यूजर्सी स्थित अटलांटिक शहर में महात्मा गांधी के जीवन और उनके संदेशों को समर्पित एक संग्रहालय स्थापित किया गया है। इस संग्रहालय को न्यू जर्सी स्थित ‘गांधियन सोसायटी’ ने आदित्य बिड़ला समूह के साथ मिलकर बनाया है। संग्रहालय में बनेंगी गांधी पर आधारित चार गैलरी चरखा गैलरी :- यहां गांधी के चरखों के मॉडल स्थापित किए जाएंगे। फोटो गैलरी :- गांधी जी की शिमला यात्राओं से जुड़ी तस्वीरें प्रदर्शित होंगी। आर्ट गैलरी :- गांधी जी पर आधारित स्कैच, पेंटिंग, आर्ट ऑफ वुड स्थापित होंगे। आश्रम गैलरी :- गांधी जी के साबरमती, वर्धा और दक्षिण अफ्रीका स्थित आश्रमों के मॉडल स्थापित होंगे।