मां के जयकारों से गूंजे प्रदेश के शक्तिपीठ
बारिश के बीच भी शनिवार को श्रद्धालुओं की आस्था कम नहीं हुई। चौथे नवरात्र के दिन शनिवार को 44 हजार श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में शीष नवाया। शनिवार को दिनभर प्रदेश के शक्तिपीठों में मईया के जयकारे गूंजते रहे। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में चिंतपूर्णी, ज्वाला जी, नयनादेवी, बज्रेश्वरी देवी, चामुंडा देवी मंदिर में 44 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। चैत्र नवरात्र मेलों के दौरान मंदिरों में मईया की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है।
शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में 24 लाख 82 हजार 395 रुपए का नकद चढ़ावा मईया के चरणों में चढ़ाया है। इसके अलावा मां के भक्तों ने मंदिरों में 23 ग्राम सोना और एक किलो 392 ग्राम चांदी का मईया के चरणों में अर्पित की है। ऊना जिला के उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में नवरात्र मेले के चौथे दिन करीब नौ हजार श्रद्धालुओं ने शीष नवाया। उन्होंने बताया कि तीसरे नवरात्र पर मंदिर न्यास को सात लाख 96 हजार 972 रुपए चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा 15 ग्राम सोना और 29 ग्राम चांदी भक्तों ने चढ़ावे के रूप में मां को अर्पित की है। वहीं, नयनादेवी मंदिर नवरात्र के चौथे दिन दस हजार श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में शीश नवाया। नयनादेवी मंदिर अधिकारी विपिन ठाकुर ने बताया कि नवरात्र मेले के तीसरे दिन मंदिर न्यास को छह लाख 93 हजार 492 रुपए का नकद चढ़ावा प्राप्त हुआ है। इसके अलावा श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में आठ ग्राम सोना और एक किलो 103 ग्राम चांदी का चढ़ावा चढ़ाया है। ज्वाला जी मंदिर में शनिवार को 12 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका।
मंदिर अधिकार वचित्र सिंह ने बताया कि नवरात्र के तीसरे दिन मंदिर न्यास को छह लाख 74 हजार 581 रुपए का नकद चढ़ावा प्राप्त हुआ है। जबकि 260 ग्राम चांदी श्रद्धालुओं ने चढ़ाई है। इसके अलावा में कांगड़ा स्थित बज्रेश्वरी देवी मंदिर में शनिवार को आठ हजार श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में माथा टेका। मंदिर अधिकारी सुरेश शर्मा ने बताया कि तीसरे दिन मंदिर न्यास को तीन लाख 17 हजार 530 रुपए का नकद चढ़ावा प्राप्त हुआ है। इसके अलावा चामुंडा देवी मंदिर में शनिवार को पांच हजार श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में शीश नवाया।