महाराष्ट्र निवासी गिरफ्तार
मोनिका शर्मा, धर्मशाला
जिला के पुलिस थाना धर्मशाला के तहत खुद को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का अधिकारी बताने वाले एक शातिर को दबोचने का मामला सामने आया है। पुलिस इस बारे में मिली सूचना के बाद पहले से ही अलर्ट थी तथा रविवार दोपहर को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार धर्मशाला के कचहरी चौक के पास स्थित रेस्टोरेंट में काम करने वाला युवक खुद को एनसीबी अधिकारी बता था।
खुद को शिमला जोन का अधिकारी बताने वाले इस युवक का कहना था कि वो एक मिशन के तहत यहां आया हुआ है। उधर इस युवक ने कुछ लोगों को अपना आईकार्ड भी दिखाया। इस युवक ने कुछ लोगों से भी ये भी कहा कि वो 2016 का आईपीएस अधिकारी है तथा एक मामले की जांच को लेकर यहां आया हुआ है।
कुछ लोगों से भी ये भी कहा कि वो 2016 का आईपीएस अधिकारी है तथा एक मामले की जांच को लेकर यहां आया हुआ है।
इससे पहले कि ये युवक किसी को ठगी का शिकार बनाता, पुलिस के हत्थे चढ़ गया। खुद को एनसीबी अधिकारी बताने वाले महारष्ट्र के इस युवक की भनक पुलिस तक पहुंची तो पुलिस ने रविवार दोपहर को इस युवक को हिरासत में ले लिया। उक्त युवक महाराष्ट्र के मुंबई से है तथा एक सप्ताह पूर्व से यहां रेस्टोरेंट में काम करने लगा था।
आरंभिक जांच में उसके पास से एनसीबी के दो आई कार्ड बरामद किए गए हैं। वहीं उसने अपनी कार पर गवर्नमेंट तथा एनसीबी भी लिखवा रखा था। आरंभिक जांच में उसकी तरफ से किसी को ठगे जाने की सूचना नहीं मिली हे तो वहीं शक है कि लोगों को झांसा देकर ठगने के चक्कर में वो खुद को आईपीएस तथा एनसीबी अधिकारी बता रहा था।
पुलिस थाना धर्मशाला में अक्षित वालिया पुत्र मदन लाल वालिया निवासी गावं व डा0 गाहलियां तहसील व जिला कांगड़ा हाल मालिक द बर्गर कंपनी के ब्यान पर विवेक हीरा सिंह राठौर पुत्र हीरा सिंह राठौर निवासी महाराष्ट्र के खिलाफ खुद को आईपीएस अधिकारी बताने के संदर्भ में अभियोग जेर धारा 419, 171 भा0द0स0 के अंतर्गत पंजीकृत किया गया ।
विवेक हीरा सिंह राठौर उपरोक्त दुकान में नौकरी की तलाश हेतू आया था, जिस पर अक्षित वालिया ने इसे अपने कैफे में बतौर कुक रखा था । विवेक हीरा सिंह राठौर जब अपनी शिफट के लिए कैफे में आता था तो अपनी बैल्ट के साथ एक पिस्टल का पाऊच (होलीस्टर) लगाता था तथा कॉल करने पर ट्रू कालर आता था।
शक होने पर जब अक्षित वालिया ने विवेक हीरा सिंह राठौर से इस सब के बारे में पुछा, तो उसने बतलाया कि यह 2016 बैच का एक आईपीएस अधिकारी है और धर्मशाला में एक मिशन को अंजाम देने आया है ।
अगले दिन विवेक उपरोक्त कैफे में अपनी ड्यूटी शिफ्ट में एक वॉकी टॉकी सैट लेकर आया तथा उस पर बात भी कर रहा था । जिस पर अक्षित वालिया को विवेक उपरोक्त पर फर्जी आईपीएस अधिकारी होने का शक हुआ तथा रविवार को जब इसने धर्मशाला पुलिस को अपने कैफे के पास देखा तो तुरन्त इसकी शिकायत दर्ज करवाई । विवेक उपरोक्त से पूछताश की गई तो विवेक हीरा सिंह राठौर फर्जी आईपीएस अधिकारी होना पाया गया ।
इसने एनसीबी का फर्जी पहचान पत्र बनवा रखा है तथा अपनी गाड़ी में एनसीबी की प्लेट लगाई है तथा गाड़ी पर भारत सरकार लिखवाया है । जिस पर विवेक हीरा सिंह राठौर को गिरफतार किया गया है तथा फर्जी पहचान पत्र व गाड़ी को पुलिस ने कब्जे में लिया गया तथा अभियोग में तफतीश जारी है ।