बाजार में मशरूम
बाजार में मशरूम के दामों में 50 फीसदी तक उछाल के बाद मशरूम निदेशालय सोलन ने भी इसके दाम 20 रुपये बढ़ा दिए हैं। पहले जहां बटन मशरूम 80 रुपये प्रतिकिलो मिलती थी, अब यह 100 रुपये कर दी गई है। इसके साथ ही मशरूम से बने उत्पाद अचार, बिस्किट, कैंडी समेत अन्य उत्पादों के दाम बढ़ाने की भी तैयारी की जा रही है। पांच से 10 फीसदी तक मशरूम से बने हर उत्पाद में बढ़ोतरी होगी। यह बढ़ोतरी कई वर्षों बाद की जा रही है। करीब पांच साल पहले मशरूम निदेशालय ने मशरूम और इससे बने उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी की थी। बताया जा रहा है कि मशरूम तैयार करने पर भी महंगाई की मार पड़ी है। दिन-प्रतिदिन मशरूम तैयार करने के लिए प्रयोग होने वाला गेहूं का भूसा महंगा हो रहा है। इससे सोलन समेत अन्य चार जिलों में मशरूम उत्पादन 60 फीसदी तक गिर गया है। मशरूम हब सोलन में पांच वर्ष पहले करीब 8,000 टन उत्पादन होता था। अब यह घटकर 3,000 टन तक रह गया है। इसका मुख्य कारण कच्चा माल महंगा होना बताया जा रहा है।
अब यह रहेंगे दाम उत्पाद दाम प्रति किलो बटन मशरूम 100 ढींगरी 100 पराली मशरूम 100 दूधिया मशरूम 100 शिटाके मशरूम 200 हिरोशियम मशरूम 180 फलैमुलीना मशरूम 180 मशरूम बिस्कुट 240 सूखी मशरूम ढींगरी 250 सूखी शिटाके 1700 ढींगरी पाउडर 1000
स्पान बीज 80 दिन-प्रतिदिन महंगा हो रहा कच्चा माल डीएमआर में मशरूम को अनुसंधान के लिए तैयार किया जाता है। इस बीच तैयार मशरूम की बिक्री भी की जाती है। मशरूम को तैयार करने के लिए प्रयोग होने वाला कच्चा माल महंगा हो गया है। गेहूं का भूसा दिन-प्रतिदिन महंगा होता जा रहा है। निदेशालय में पिछले कई साल से मशरूम 80 रुपये प्रति किलो ही बेचा जा रहा है। अब मशरूम के दामों में 20 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। अब मशरूम से तैयार उत्पादों के दाम भी बढ़ेंगे। -डॉ. वीपी शर्मा, निदेशक, खुंब अनुसंधान निदेशालय, सोलन।