बागवानों की हर मुश्किल होगी आसान
मोनिका शर्मा, धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश के आबादी बहुल वाले जिला कांगड़ा के किसानों की आय बढ़ाने का जिम्मा उप निदेशक उद्यान कांगड़ा स्थित धर्मशाला डॉ कमल शील नेगी ने उठा लिया है। उन्होंने जिलाभर में बागवानी का बढ़ाने देने के लिए मास्टर प्लान बनाया है, जिसके सार्थक परिणाम आने भी शुरू हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि सबसे पहले उन्होंने इस बार पर अपना फोक्स रखा कि आखिर किसान बागवानी या खेती करने से क्यों किनारा कर रहे हैं। किसानों से मिले सुझावों और खुद किए दौरों से उन्हें किसानों की परेशानी का आलम समझ आया और उन्होंने किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए मेहनत शुरू कर दी । वह बताते हैं कि किसानों की चार प्रमुख दिक्कतें हैं, जिनसे वे चाह कर भी पार नहीें पा रहे हैं, नतीजतक अपनी उपजाऊ भूमि पर भी फसल उगाने से कतरा रहे हैं। पहली हैं, आवारा जानवर, दूसरा बंदर, तीसरी सिंचाई और चौथी समस्या मार्केटिंग है।
डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि अगर गांव में इक्का -दुक्का ही किसान बागवानी पर जोर देंगे तो उन्हें अपनी फसल को बेचने में दिक्कतें आएंगी, विभाग सामूहिक बागवानी की ओर प्रेरित कर रहा है ताकि ज्यादा फसल होगी और खरीददार खुद-ब-खुद उनके बागीचे से फसल को ले जाएंगे यानी किसानों को मार्केटिंग की टेंशन नहीं होगी।
इसके अलावा विभाग जनशक्ति विभाग से मिलकर किसानों की जमीनों तक पाने पहुंचाने की कोशिश करेगा, ताकि किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल सकें। उन्होंने बताया कि जहां तक सवाल आवारा जानवरों का है तो इसके लिए खेत के चारों को 4 फुट तारबंदी की जाएगी और उसके 3 फुट ऊपर सोलर फैंसिंग की जाएगी, ताकि हल्का करंट होने के चलते बंदर भी किसी तरह से खेत न पहुंच पाए।
किसानों का बागवानी के साथ जोडऩे के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा समय-समय पर कैंप लगाकर भी जागरूक किया जा रहा है
डॉ. कमलशील नेगी, उप निदेशक उद्यान कांगड़ा स्थित धर्मशाला