धर्मशाला: राष्ट्रीय बांस मिशन हिमाचल में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा जरिया साबित हो रहा है। कुछ ऐसा ही साबित करके दिखाया है धर्मशाला उपमंडल के एक युवा सोनू ने। सोनू ने देहरादून से बांस का सामान बनाने की ट्रेनिंग ली थी, लेकिन पैसा नहीं था। इस पर कृषि विभाग धर्मशाला ने सोनू को एक लाख सत्तर हजार ऋण दिलाया।
इसमें पचासी हजार पचास रुपए अनुमोदित राशि से उसने औजार व वस्तुएं खरीदीं। इसके बाद सोनू ने बांस की टोकरियां, लैंप स्टैंड, फूलदान आदि बनाए। वह किसान मेलों में भी जाता है। अब सोनू हर माह 25 हजार तक कमा रहा है। कृषि विभाग धर्मशाला की विषयवाद विशेषज्ञ में डा शशि कांता ने कहा कि युवाओं को बांस मिशन से जुडऩा चाहिए। यह स्वरोजगार का बड़ा जरिया है। वहीं कृषि उपनिदेशक कांगड़ा डा राहुल कटोच ने बताया कि अब किसान उच्च घनत्व के बांस का वृक्षारोपण भी कर सकते हैं।