मदद सेवा ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित गुड़िया ब्लात्कार एवं हत्या मामले को चुनावी माहौल में एक बार फिर से राजनीतिक बयानबाजी का मुद्दा बनाने पर एतराज जताया है. गुड़िया की माँ की तरफ से पत्र में लिखा है कि मृतक गुड़िया को अभी भी इंसाफ का इंतजार है. उसकी आत्मा इस तरह के राजनीतिक बयानों से खुश नही होगी। ऐसे मे ऐसी बयानबाजी पर न्यायिक आदेश से त्वरित प्रभाव से रोक लगाई जाए और इस तरह की बयानबाजी करने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाए।
गौर रहे की इन्ही दिनों 2017 में गुड़िया के साथ दुष्कर्म कर उसे दर्दनाक मौत दी थी. उस वक़्त भी चुनावी साल था. पांच साल बाद फ़िर चुनावी वर्ष है ऐसे में इस मामले पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है.