फ्री कोचिंग
सिविल परीक्षाओं हेतु फ्री कोचिंग के लिए यहां करें आवेद
डॉ. अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र के तहत 29 अक्तूबर तक भरना होगा फार्म
धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को डॉ. अम्बेडकर उत्कृष्टता केंद्र (डीएसीई) के तहत संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा के लिए मुफ्त कोचिंग प्रदान करने के लिए हेतु प्रवेश परीक्षा के लिए सूचना जारी कर दी गई है।
अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित छात्र, जिनकी कुल पारिवारिक आय सभी स्रोतों से प्रति वर्ष आठ लाख रुपये या उससे कम है, उक्त योजना के तहत लाभ के लिए पात्र हैं। ऑनलाइन आवेदन जमा करने की तिथि 18 से 29अक्तूबर तक है। वहीं प्रवेश परीक्षा 18 नवंबर को आयोजित की जाएगी।
अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) छात्रों को मुफ्त कोचिंग के लिए कुल सीटों की संख्या 100 है। कुल सीटों में से 70 प्रतिशत सीटें अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए आरक्षित हैं। अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), सामान्य और अन्य श्रेणी के लिए कुल पेड सीटों की संख्या 25 है। योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के समय स्नातक स्तर का पाठ्यक्रम पूरा कर चुके या संबंधित स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत छात्र पात्र होंगे।
चयनित अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) उम्मीदवारों को पाठ्यक्रम की पूरी अवधि के लिए प्रति माह 4000 रुपये की दर से वजीफा दिया जाएगा, जो एक वर्ष यानी 12 महीने से अधिक नहीं होगा। सामान्य श्रेणी, ईडब्ल्यूएस व अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) (क्रीमी) के लिए आवेदन शुल्क 500 रुपए है। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी (गैर क्रीमी) के लिए आवेदन शुल्क 400 रुपए और अनुसूचित जाति, एसटी व दिव्यांग के लिए 200 रुपए है।
गौरतलब है कि अगर कोई विद्यार्थी कोचिंग के दौरान किसी सिविल परीक्षा में पास हो जाता है तो उसे इंटरव्यू में आने-जाने के लिए 15 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसी संबंध में नई दिल्ली में डा. अंबेडकर फाउंडेशन और केंद्रीय विश्वविद्यालय में चलाए जा रहे डॉ. अंबेडकर उत्कृष्टता केंद्र के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं।
केंद्र के नोडल अधिकारी प्रो. प्रदीप के अनुसार अब संघ लोक सेवा आयोग के साथ राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा की कोचिंग भी बच्चो को दी जाएगी। समझौता ज्ञापन के बाद एक और विकल्प सरकार द्वारा दिया गया है।
जिसमें अगर कोई सामान्य श्रेणी से संबंधित बच्चा है, या इस परीक्षा के बाद वे मैरिट में नहीं आ पाता है, तो वह सालाना 75 हजार फीस देकर इस बैच में बैठ सकता है, लेकिन उसे सरकार की तरफ से कोई स्टाइपंड नहीं मिलेगा। योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के समय स्नातक स्तर का पाठ्यक्रम पूरा कर चुके या संबंधित स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत छात्र पात्र होंगे।
100 अंकों की होगी प्रवेश परीक्षा
मेरिट के अनुसार केंद्र सामान्य प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा। 100 अंकों की प्रवेश परीक्षा 90 एमसीक्यू (प्रत्येक एक अंक) और 2 निबंध (अंग्रेजी और हिंदी) (5 अंक प्रत्येक) पर आधारित होगी। प्रवेश परीक्षा के पाठ्यक्रम में सामान्य अंग्रेजी (10 अंक), सामान्य हिंदी (10 अंक), संख्यात्मक क्षमता और तर्क (10 अंक), निबंध लेखन (10 अंक) से प्रश्न पूछे जाएंगे। पाठ्यक्रम की अवधि 01 वर्ष है