फर्जी बोली पर होगी FIR
प्रदेश में स्कूटी के लिए विशेष नंबर लेने के लिए एक करोड़ रुपये से ज्यादा रुपये की बोली लगाने के विवाद के बाद अब सरकार विशेष नंबरों में पारदर्शिता और अधिक राजस्व प्राप्त करने के लिए नियमों में बदलाव करने जा रही है। इसके लिए सरकार कैबिनेट में संशोधित नियमों के तहत विशेष नंबर के लिए बोली प्रक्रिया में बदलाव लाने की तैयारी में है। प्रदेश में 0001 अंक वाले 100 नंबर खाली हैं। यह नंबर अब औने-पौने दाम में नहीं जाएगा, बल्कि इनकी नीलामी के लिए न्यूनतम मूल्य पांच लाख रुपये तय किया जाएगा।
रूपरेखा तैयार की
इसके लिए परिवहन विभाग ने तैयारी कर ली है। इन संबंध में कैबिनट में प्रस्ताव पारित करवाया जाएगा। फिर नंबरों के आवंटन के लिए नीलामी की रूपरेखा तैयार की जाएगी। नंबर जारी करने से पहले बोलीदाताओं की पृष्ठभूमि की जांच के बाद नंबर अलाट किए जाएंगे। इससे प्रदेश को विशेष नंबरों से राजस्व प्राप्त होगा बल्कि गाड़ी का नंबर लेने के लिए की गई गड़बड़ी का भी पता चलेगा।
फर्जी बोली लगाने वालों पर
दरअसल, विशेष नंबर लेने के लिए कुछ लोग जानबूझ कर बड़ी बोली लगाकर अन्य लोगों को बाहर कर देते थे और खुद भी नंबर नहीं लेते थे। अक्सर तीन या चार बड़े बोलीदाता बड़ी बोली लगाकर नंबर नहीं लेते थे, जिस वजह से कम मूल्य पर नंबर मिल जाता था।
एफआइआर दर्ज करने की तैयारी
यह मामला उस समय चर्चा का विषय बना जब कोटखाई में एचपी-99-9999 नंबर के लिए एक करोड़ रुपये से भी ज्यादा बोली लगाई गई। उसके बाद नंबर एक, दो और तीसरे नंबर पर बोली लगाने वाले ने इस नंबर के लिए राशि जमा नहीं करवाई। अब सरकार इन तीनों के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करवाने के साथ इस फर्जीवाड़े को रोकने की तैयारी भी कर रही है।