प्री-व्यावसायिक कोर्स
समग्र शिक्षा में सूबे के 845 प्री-व्यावसायिक कोर्स वाले स्कूलों को 1.26 करोड़ रुपये का वार्षिक अनुदान जारी किया गया है। इन स्कूलों को यह वार्षिक अनुदान शैक्षणिक सत्र 2022-23 के में जारी किया गया है। बजट राशि का आवंटन 15 हजार रुपये प्रति स्कूल विद्यार्थियों को गतिविधियों के लिए किया गया है। बजट राशि का प्रयोग कच्चा माल खरीदने, छात्रों की परिवहन भत्ता, यात्रा के दौरान जलपान प्रति छात्र 50 रुपये और विशेषज्ञ को 500 रुपये प्रति सत्र दिया गया है।
व्यावसायिक शिक्षा का उद्देश्य छात्रों को काम की दुनिया से परिचित कराना, उनमें विभिन्न व्यवसायों के प्रति सम्मान पैदा करना और उन्हें आगे के व्यावसायिक कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए तैयार करना, स्कूल बैग के बोझ को कम करने और महत्वपूर्ण रूप से शिक्षा को आकर्षक, मजेदार और आनंददायक गतिविधि बनाने के लिए है, जिससे छात्रों को खुद को पूरी तरह से अभिव्यक्त करने का पर्याप्त अवसर प्रदान करके उनकी ऊर्जा को चैनलाइज करने के लिए जगह बनाई जा सके और स्कूली पाठ्यक्रम में कौशल शिक्षा को एकीकृत किया जा सके।
बच्चों को समय-समय पर ऐतिहासिक, सांस्कृ तिक और पर्यटन महत्व के स्थानों पर जाकर, स्थानीय कलाकारों और शिल्पकारों से मुलाकात के माध्यम से स्कूल के बाहर की गतिविधियों से अवगत कराया जाएगा। इस बारे में प्रारंभिक शिक्षा विभाग हमीरपुर के उपनिदेशक कुलभूषण राकेश ने कहा कि प्री-व्यावसायिक कोर्स वाले स्कूलों को बजट स्वीकृत हुआ है। जिसका आवंटन खंड स्तर पर किया गया है।