मोनिका शर्मा, धर्मशाला
प्रदेशभर के करुणामूलक् आश्रित गुरुवार को प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु से मिले व पूर्व सरकार की कमियों व खामियों को उजागर किया। सुखविंदर सिंह सुखु से पूर्व में करुणामूलक आश्रितों द्वारा की गयी 432 दिन की क्रमिक भूख हडताल के बाारे में बताया । और करुणामूलक आश्रितों को नौकरी बहाल करने की मांग उठाई।
बता दें कि पिछली सरकार के समय में भी करुणामूलक् आश्रितों ने काफी लम्बा संघर्ष किया था इनके द्वारा 432 दिन कि भूख हडताल की गयी थी , लेकिन पूर्व सरकार इनको एक साथ नौकरियां देने में असमर्थ रही थी । उस समय विपक्ष में रहते हुए भी कांग्रेस सरकार ने करुणामूलक नौकरी बहाली मुद्दा जोरों शोरों से उठाया था और चुनावी वायदे व कांग्रेस के मेनिफेस्टो में भी इस मुद्दे को प्राथमिकता मिली थी इन परिवारों ने गुरुवार मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है कि आप हमेशा कहते हो कि हम सता के लिए नही बल्कि व्यवस्था आये है तो कृपा करके थोड़ी सी व्यवस्था हमारे लिए भी कर दीजिये, ताकि सभी करुणामूलक् आश्रितों को एक साथ नौकरियां मिल सके
ये हैं मुख्य मांगें
1) आगामी कैबिनेट में पॉलिसी संशोधन किया जाए जिसमें 5 लाख आय सीमा निर्धारित की जाए जिसमें एक व्यक्ति सालाना आय शर्त को हटाया जाए |
2) वित विभाग के द्वारा रेजेक्टेड केसों को कंसिडेर न करने की नोटिफिकेशन को तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया जाए | और रेजेक्टेड केसों को दोवारा कंसिडेर करने की नोटिफिकेशन जल्द की जाए |
3) क्लास-C व क्लास-D में 5% कोटे की शर्त को हमेशा के लिए हटा दिया जाए ताकि सभी करुणामूलक् आश्रितों को एक साथ नियुक्तियाँ मिल सके।
4) योग्यता के अनुसार क्लास-c व क्लास-D के सभी श्रेणियों (Technical+ non Techanical) के सभी पदों में नोकरियां दी जाए , ताकि एक पद पर बोझ न पड़े
उपरोक्त मांगों के संदर्भ में आगामी कैबिनेट में मोहर लगाई जाए ताकि सभी विभागों बोर्डों व निगमों में one Time Settlement के माध्यम से नौकरी मिल सके |