जोगिंद्रनगर मेले
जोगिंद्रनगर के लघु शिवारात्री मेले में अपने लगभग 250 से अधिक देवलुओं के साथ मां हिडि़बा का रथ पहुंचा है। पहाड़ी बजीर देव पशाकोट की छोटी बहन मां हिडि़बा से चिलाधार में जब मिलन हुआ, तो नजारा देखते ही बन रहा था। मां हिडि़बा के कारदार लेतश ठाकुर ने बताया कि यह देव पशाकोट की छोटी बहन हैं तथा मां हिडि़बा के पूरे देश में तीन रूप ही हैं, जो एक मनाली में, एक लाहुल स्पीति तथा तीसरा गुम्मा के चिलाधार में है।
जोगिंद्रनगर मेले में 40 साल बाद अपने देवलुओं के साथ पहुंची मां हिडि़बा के भक्तगण आशीर्वाद लेते नजर आ रहे है। वहीं जानकारी मिली कि लगभग 40 साल पहले माता के मंदिर में हुई चोरी के बाद नए मोहरे बनाए गए हैं रथ में माता के सिर्फ एक मोहरा ऐसा है जो पुराना है बाकी सब चोरी हो गए है। गुम्मा में माता का भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है। वहीं माता किस रूप में और कैसी प्रकट हुई इसकी पूरी जानकारी दी गई। मंदिर कमेटी के प्रधान हुकम सिंह, जीत कुमार, नेत्र लाल तथा पुजारी सोमनाथ सहित अनेक सेवक रोजाना अपनी डयूटी निभा रहे हैं।