चंबा के सिल्लाघ्राट
विधानसभा क्षेत्र चंबा के सिल्लाघ्राट और जडेरा में खसरा फैल गया है। अब तक इन दोनों इलाकों में 20 बच्चे रोग की चपेट में आ चुके हैं। संक्रमित बच्चों को दवाई देकर परिवार से दस दिन के लिए अलग किया जा रहा है। इन बच्चों को होम आइसोलेट किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने दोनों इलाकों को फ्लैगड एरिया घोषित कर दिया है और संक्रमित बच्चों की पहचान के लिए विभागीय टीमें घर-घर जाकर निरीक्षण कर रही हैं। उनके उपचार को लेकर व्यवस्था भी की जा रही है। यह संक्रमण गुज्जर समुदाय के बच्चों में अधिक पाया गया है। इसका कारण बच्चों का समय पर टीकाकरण नहीं होना भी माना जा रहा है।
यह संक्रमण बाहर से चंबा तो नहीं पहुंचा, इसको लेकर भी पड़ताल की जा रही है। इसके लिए विभागीय टीमें संक्रमित बच्चों के यात्रा इतिहास का पता लगा रही हैं। संक्रमित मिला एक बच्चा बद्दी के नालागढ़ से चंबा पहुंचा है। स्वास्थ्य विभाग ने बद्दी में भी इसकी सूचना विभागीय टीम को दे दी है। इसके बाद वहां पर भी स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है। चंबा में इस संक्रमण का पता तब चला, जब मेडिकल कॉलेज में इस रोग से संभावित लक्षणों वाले चार बच्चों को उपचार के लिए भर्ती करवाया गया। बच्चों में खसरा रोग का पता लगाने के लिए विभाग ने सैंपल लेकर धर्मशाला भेजे।
प्रयोगशाला में खसरे की पुष्टि हुई, जिसके बाद विभाग ने इसकी सूचना राज्य सरकार को दी। सरकार ने संबंधित क्षेत्रों को फ्लैगड एरिया बनाने के निर्देश दिए। इसके चलते विभागीय टीमें रोजाना सिल्लाघ्राट, जडेरा और साहो में जाकर संक्रमण का पता लगा रही हैं। यह अभियान 28 दिन चलेगा। संक्रमितों को दी जा रही विटामिन-ए, शिमला से जांच करने आएगी टीम जिला स्वास्थ्य अधिकारी, डॉक्टर जालम सिंह ने बताया कि संक्रमित बच्चों को विटामिन-ए दी जा रही है। इसके अलावा जिन बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ है, उनका टीकाकरण किया जा रहा है। एक मई को शिमला से विशेष टीम इस संक्रमण का पता लगाने चंबा पहुंच रही है।