एनएचएआई की गाइडलाइन्स पर आगे बढ़ेगी प्रक्रिया
मोनिका शर्मा, धर्मशाला
मंडी से पठानकोट तक बनने वाले फोरलेन में काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस प्रोजेक्ट में लगी गावर कंपनी अब अपना स्टोन क्रशर लगाने जा रही है, ताकि काम में कोई बाधा न आ सके। अपने क्रशर से निकलने वाले रेत-बजरी आदि मैटीरियल को इस्तेमाल करने से कंपनी को काम में आसानी होगी। कंपनी की ओर से बाकायदा इस बारे में माइनिंग विंग धर्मशाला से क्रशर के लिए अनुमति मांगी गई है। जानकारी के अनुसार मंडी-पठानकोट रोड की मौजूदा दूरी 220 किलोमीटर के करीब है। फोरलेन बनने के बाद यह दूरी 178 किलोमीटर रह जाएगी। इतने लंबे रोड के निर्माण में लाखों टन रेत-बजरी और 40 व 80 एमएम आदि कंकरीट का इस्तेमाल होना है। इतने ज्यादा मैटीरियल के लिए निर्माणकर्ताओं को जिला के क्रशरों पर निर्भर रहना पडऩा था। यही कारण है कि गावर कंपनी ने अपना क्रशर लगाने का प्लान बनाया है।
बताया जा रहा है कि यह क्रशर यूनिट काफी बढ़ा होगा। जिला माइनिंग आफिसर धर्मशाला राजीव कालिया ने बताया कि क्रशर के लिए गावर कंपनी का आवेदन मिला है। इस प्रोसेस को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस यूनिट से विभाग को रायल्टी मिलेगी। इससे कितनी रायल्टी आएगी, इस बात का पता बाद में ही चल पाएगा। उन्होंने बताया कि नेशनल लेवल के इस प्रोजेक्ट में एनएचएआई की गाइडलाइन्स अहम भूमिका निभाती हैं। ऐसे में उन औपचारिकताओं को पूरा करवाना प्राथमिकता में रहेगा।
45 मीटर है सड़क की अधिकतम चौड़ाई
मंडी-पठानकोट फोरलेन के दोनों ओर से अधिकतम 45 मीटर का क्षेत्र लिया जा रहा है। इसके अलावा सड़क के दोनों ओर पांच मीटर क्षेत्र में किसी भी तरह का निर्माण नहीं हो पाएगा। यदि किसी की निजी भूमि है तो वह केवल उसे पार्किंग के लिए ही प्रयोग कर सकता है।
चीन-पाकिस्तान सीमा तक आसान होगी पहुंच, पर्यटन को लगेंगे पंख
फोरलेन के निर्माण से चीन की सीमा तक सेना की पहुंच आसान होगी।
मुआवजे की प्रक्रिया तेजी से जारी
फोरलेन में आने वाले प्रभावितों को मुआवजे की प्रकिया तेजी से चल रही है। इसमें शाहपुर, नगरोटा बगवां, जवाली में प्रोसेस चल रही है। इसमें लोगों की ओर प्रशासन आपत्तियां भी ले रहा है। नगरोटा बगवां में कंपनी ने डेरा डाल लिया है, तो जवाली क्षेत्र में काम भी चल रहा है
फोरलेन में निर्माण कर रही गावर कंपनी की ओर से आए आवेदन पर कार्रवाई चल रही है। तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद स्टोन क्रशर यूनिट कंपनी चला पाएगी
राजीव कालिया, माइनिंग आफिसर धर्मशाला