मोनिका शर्मा , धर्मशाला
सबसे बड़े जिला कांगड़ा के लाखों किसानों के लिए राहत भरी खबर है। अब उन्हें फसल बीमा करवाने व उसकी जानकारी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर आफिस पालमपुर में फसल बीमा के लिए अधिकृत कंपनी का काउंटर खुल गया है।
कृषि उपनिदेशक डा राहुल कटोच ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस बार 31 हजार 500 किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अपनाई है। इसके अलावा पुनगर्ठित फसल बीमा से जिला में 176 किसान जुड़े हैं। खास बात यह भी किसान मेलों में भी अब फसल बीमा का काउंटर अनिवार्य किया गया है। जिला में पहली बार इस तरह के प्रयास हुए हैं।
अकसर किसानों की शिकायत रहती है कि उन्हें फसल बीमा योजना की जानकारी समय पर नहीं मिल पाती है। इसके अलावा क्या डाक्यूमेंट लगने हैं, इसका भी पता नहीं चल पाता है। यही कारण है कि कृषि विभाग ने अब बीमा कंपनी का काउंटर भी खोला है। मौजूदा समय में खरीफ फसल के लिए प्रति कनाल 1200 रुपए तक मुआवजे का प्रावधान है।
15 दिसंबर तक करवाएं बीमा
इंश्योरेंस कराने की अन्तिम तिथि 15 दिसम्बर 2022 होगी। पुर्नगठित मौसम पर आधारित बीमा योजना के लिए एसबीआई जनरल इंशोयरेंस कंपनी अधिकृत की गई है। रबी में कांगडा जिला के काँगड़ा, भवारना, धर्मशाला, नगरोटा बगवा में आलू की फसल का बीमा करवाया जा सकता है। आलू के लिए किसान को केवल 125 रुपये अदा करने होंगे तथा बीमित राशी 25000 प्रति कनाल है। आलू के लिए 31 दिसम्बर 2022 तक बीमा करवाया जा सकता है।
रबी 2022-23 के लिए गेहूं के लिए केवल 18 रुपये प्रति कनाल और जौ के लिए 15 रुपये प्रति कनाल अदा करते हैं जो कि केवल डेढ़ प्रतिशत है तथा भारत सरकार इसमें 98.5 प्रतिशत प्रीमियम के रूप में वहन करती है
डा राहुल कटोच, डिप्टी डायरेक्टर