ऊना जिले के प्रारंभिक
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के प्रारंभिक शिक्षा के अधीन आने वाले सरकारी स्कूलों में युक्तिकरण की कवायद शुरू हो गई है। इस संबंध में विद्यार्थियों और शिक्षकों का डाटा मांगा गया है। युक्तिकरण के जरिये विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार शिक्षकों की तैनाती होगी। विद्यार्थियों की अधिक संख्या वाले स्कूलों को फायदा मिलेगा। इसी मसले को लेकर प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक देवेंद्र चंदेल ने मंगलवार को बीईईओ समेत अन्य के साथ बैठक भी की।
जिले में कई ऐसे स्कूल हैं, जहां प्रारंभिक कक्षाओं में विद्यार्थियों की अच्छी खासी संख्या हो गई, लेकिन यहां शिक्षक विद्यार्थियों के अनुपात के अनुसार नहीं है। इससे अभिभावक अपने बच्चों को दूसरे स्कूलों में शिफ्ट कर रहे हैं। इसी के साथ स्कूल प्रबंधन को भी दिक्कतें पेश आ रही हैं। जबकि, कुछ जगहों में विद्यार्थियों की संख्या कम होने के बावजूद शिक्षक विद्यार्थी अनुपात के मुकाबले अधिक हैं। विद्यार्थी और शिक्षक अनुपात को दुरुस्त करने के लिए ही युक्तिकरण को अपनाया जा रहा है। शिक्षा विभाग के खंड स्तर पर खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (बीईईओ) समेत अन्य को स्कूलों से डाटा एकत्रित करने को कहा गया है।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग में ही युक्तिकरण का मसौदा तैयार होगा और इसे बीईईओ व संबंधित कर्मचारी के साथ निदेशक के समक्ष पेश किया जाएगा। निदेशक की मुहर के साथ ही युक्तिकरण के आदेश जारी किए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार इसी सप्ताह तक डाटा एकत्रित कर लिया जाएगा। जबकि, अगले सप्ताह यह मामला निदेशक स्तर पर रखा जाएगा। निदेशालय के आदेशानुसार कार्य किया जा रहा युक्तिकरण के लिए बीईईओ को डाटा तैयार करने के लिए कहा गया है। निदेशालय के आदेशानुसार कार्य किया जा रहा है। शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों की बेहतरी के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है।