आर्थिक तंगी से जूझ
धर्मशाला के साथ लगते रक्कड़ गांव में आर्थिक तंगी से जूझ रहे पति पत्नी ने आत्महत्या कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। आत्महत्या के लिए उकसाने वाले दो आरोपियों को मौके से बरामद सुसाइड नोट के आधार पर हिरासत में लिया है। पुलिस स्टेशन धर्मशाला के तहत पड़ती ग्राम पंचायत रक्कड़ के वार्ड नंबर एक रहने वाले पति पत्नी ने आत्महत्या कर ली। पत्नी ने घर में फंदा लगाया, जबकि रात को पति ने फंदा लगाकर अपनी इहलीला समाप्त कर ली। मृतकों की पहचान विक्रम थापा व करुणा थापा निवासी रक्कड़ धर्मशाला के रूप में हुई है। दोनों को आत्महत्या के लिए उक्साने वाले दो लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक कुछ साल पहले विक्रम थापा ने अपनी पत्नी करुणा थापा के नाम से मरीन सिक्योरिटी कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई। दोनों की कंपनी अच्छी चल रही थी। कुछ समय के बाद उन्होंने कंपनी के संचालन का जिम्मा उत्तम चंद निवासी सिद्धवाड़ी धर्मशाला और उसके केरल के रहने वाले दोस्त जेपी बेबी को दिया। शुरुआत में सब सही रहा, लेकिन बाद में इन लोगों ने मुख्य कंपनी के साथ ही एक सब कंपनी बना ली। यह दोनों मुख्य कंपनी को मिलने वाले काम को अपनी कंपनी से करवाने लगे और विक्रम थापा की कंपनी को खत्म ही कर दिया। इसके चलते विक्रम और करुणा का परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। इस पर जब उन्होंने उतम चंद और जेपी बेबी को अपनी कंपनी वापस करने के लिए कहा तो इन्होंने इनकार कर दिया और धमकाने भी लगे।
आय का कोई और साधन न होने के चलते इन लोगों के घर भी नीलाम होने की स्थिति में आ गया था। इस तंगी और कंपनी हाथ से छूट जाने के तनाव में चल रही करुणा थापा ने वीरवार दोपहर बाद करीब चार बजे आत्महत्या कर ली। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को विक्रम ने यह सारी बात बताई। पुलिस जांच के बाद रात को ही विक्रम भी सुसाइड नोट लिखा और उत्तम चंद और जेपी बेबी को उनकी मौत का कारण बताते हुए खुद भी आत्महत्या कर ली। शुक्रवार सुबह पड़ोसी जब उनके घर गए तो उन्हें विक्रम की आत्महत्या करने का पता चला। विक्रम थापा के ब्यान और सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। एएसपी कांगड़ा हितेश लखनपाल ने बताया कि दंपती आत्महत्या का कारण बने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

