जिला कांगड़ा में 1000 कनाल भूमि पर प्रस्तावित आईटी पार्क को जल्द आकार देने के लिए उद्योग विभाग ने परियोजना में कई अहम बदलाव किए हैं। इसके तहत अब पार्क के लिए भूमि की आवश्यकता पूरी करने को अब सरकारी के अलावा निजी भूमि का अधिग्रहण भी किया जा सकेगा। पालमपुर के राख के साथ-साथ अब जिला मुख्यालय धर्मशाला के साथ लगते क्षेत्रों में भी पार्क के लिए भूमि की तलाश की जाएगी। परियोजना में बदलाव के बाद अब उद्योग विभाग ने धर्मशाला में भी आईटी पार्क के लिए भूमि की तलाश शुरू कर दी है।
उद्योग निदेशक राकेश कुमार प्रजापति ने बताया कि जिला कांगड़ा में बनने वाले इस आईटी पार्क के लिए यदि एक स्थान पर 1000 कनाल भूमि नहीं मिलेगी, तो मुख्य पार्क के अलावा अन्य स्थानों पर इसके केंद्र बनाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस पार्क की बुनियादी शर्तों को ध्यान में रखते हुए ऐसे स्थान का चयन किया जा रहा है, जहां पार्क के लिए जलवायु आईटी पार्क के लिए अनुकूल हो। इसके अलावा हवाई कनेक्टिविटी पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
35 करोड़ से बनेगा पार्क
करीब 35 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक आईटी पार्क बनेगा। नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने उद्योग विभाग के अधिकारियों को पार्क का आकार 250 कनाल से बढ़ाकर कम से कम 1,000 कनाल करने के निर्देश दिए थे। सीएम सुक्खू ने निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति को चिह्नित स्थानों का दौरा करने और आईटी पार्क स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए भी कहा था।
आईटी स्टार्टअप को मिलेगी गति: प्रजापति
निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति ने कहा कि आईटी पार्क सूक्ष्म और लघु उद्योगों के विकास में उत्प्रेरक का कार्य करेगा साथ ही नए युग के आईटी स्टार्टअप को गति प्रदान करेगा। यह राज्य में युवा उद्यमियों को देश के आईटी समूह का हिस्सा बनने और राज्य का सामाजिक और आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध होगा।