हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों ऊना, सिरमौर, सोलन, बिलासपुर और हमीरपुर में इस वर्ष नवंबर में दो मिलीमीटर भी वर्षा नहीं हुई है। आकाश की बेरुखी से धरती सूखने लगी है। ऊना जिला में तो एक मिलीमीटर भी वर्षा नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के तीन जिलों ऊना, सिरमौर व सोलन में वर्ष 2005 से अब तक 17 वर्ष के दौरान 10 वर्ष ऐसे रहे जब सूखे जैसी स्थिति बनी। इस दौरान एक मिलीमीटर भी वर्षा नहीं हुई। इस बार भी वैसे ही हालात बने हैं।
चंबा जिला में सबसे अधिक वर्षा रिकार्ड, इस दिन बदलेगा मौसम
मौसम विभाग ने तीन दिसंबर तक मौसम के साफ रहने का अनुमान जताया है। अब नवंबर में वर्षा की संभावना नहीं है। ऐसे में पांच जिलों में सूखे जैसे हालात रहेंगे। प्रदेश के चंबा जिला में नवंबर में सबसे अधिक 51 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। जो सामान्य से 57 प्रतिशत अधिक है। तीन जिलों चंबा, कुल्लू और लाहुल स्पीति में ही सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
कृषि और बागवानी हुई प्रभावित
नवंबर में सूखे जैसी स्थिति से कृषि और बागवानी को नुकसान हुआ है। प्रदेश में 70 प्रतिशत कृषि और बागवानी वर्षा पर निर्भर है। ऐसे में कृषि और बागवानी के सारे कार्य ठप हो जाते हैं। रबी की फसलों की कई स्थानों में बिजाई नहीं हो सकी। अब दिसंबर में वर्षा से राहत की उम्मीद है।
हिमाचल प्रदेश मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है प्रदेश में बीते कुछ वर्षों में नवंबर में बहुत कम वर्षा हो रही है। ऊपरी क्षेत्रों में हिमपात और वर्षा जरूर हुई, लेकिन अन्य क्षेत्रों में सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई है। इसका प्रभाव कृषि के साथ सामान्य जीवन पर भी पड़ रहा है।
इस वर्ष नवंबर में हुई वर्षा
जिला,वर्षा हुई,सामान्य वर्षा,अंतर प्रतिशत में
ऊना,00,8.4,-99
सिरमौर,0.1,7.4,-98
सोलन,0.9,12.7,-93
बिलासपुर,1.3,10.5,-88
हमीरपुर,1.4,8.1,-83
मंडी,6.2,12.6,-51
शिमला,7.8,12.1,-36
किन्नौर,11.4,15.7,-27
कांगड़ा,12.8,12.8,00
लाहुल स्पीति,25.9,22.1,17
कुल्लू,32.5,26.5,23
चंबा,51,32.4,57