साढ़े 15 हजार फीट ऊंचा शिंकुला दर्रा बहाल हो गया है। बीआरओ ने दर्रे से बर्फ हटाकर इसे वाहनों के लिए बहाल कर लिया है। प्रशासन ने भी शिंकुला दर्रे को दोपहर 11 से शाम चार बजे के बीच आर पार करने की अनुमति दे दी है। इससे जांस्कर घाटी के लोगों को राहत मिल गई है। घाटी के लोगों को शिंकुला दर्रे से होकर कुल्लू मनाली आने में आसानी हुई है। 17 नवंबर को बर्फ़बारी होने से शिंकुला दर्रा बंद हो गया था। तब से जांस्कर घाटी के लोगों की दिक्कत बढ़ गई थी।
पर्यटकों के लिए बर्फ से ढके दर्रे को निहारने का मौका
शिंकुला दर्रे में टनल बनना प्रस्तावित है। हालांकि बीआरओ अभी निर्माण कार्य की औपचारिकताएं करने में जुटा है लेकिन मार्ग खुला होने से जांस्कर घाटी के लोगों को राहत मिल गई है। पर्यटकों को भी बर्फ से ढके दर्रे को नजदीक से निहारने का मौका मिलेगा।
मनाली लेह मार्ग दारचा तक खुला
मनाली लेह मार्ग सर्दी के मौसम के कारण अधिकारिक तौर पर बंद हो गया है। बीआरओ इस मार्ग को अब गर्मियों में ही बहाल करेगा। लेकिन बीआरओ शिंकुला दर्रे को अधिकतर समय बहाल रखेगा, जिससे जांस्कर घाटी सहित लेह लद्दाख के लोगों को आने जाने की सुविधा हो सकेगी। मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग अभी दारचा तक खुला है। पांगी किलाड़ राजमार्ग भी सभी वाहनों के लिए खुल गया है।
शिंकुला दर्रे काे बहाल रखने का प्रयास
बीआरओ अधिकारी ने बताया कि शिंकुला मार्ग बहाल हो गया है। उन्होंने बताया बीआरओ सर्दियों में अधिक से अधिक समय तक शिंकुला दर्रे को बहाल रखने का प्रयास करेगा।
फोर व्हील ड्राइव वाहनों को ही 5 घंटे अनुमति
लाहुल स्पीति पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने बताया कि शिंकुला दर्रा वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल है। सुबह 11 बजे से शाम चार बजे के बीच सफर करने की अनुमति है। उन्होंने कहा शिंकुला दर्रे पर फोर व्हील ड्राइव वाहनों के लिए ही अनुमति रहेगी।