शिमला. हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारी का आलम कितना है, इस बात से पता चलता है कि 1 सरकारी पोस्ट के लिए 22 हजार एप्लीकेशन्स आए हैं. जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (जेओए-आईटी) के एक पद के लिए यह भर्ती होनी है और 22 हजार लोगों ने इसके लिए आवेदन किया है. बता दें कि इससे पहले, किसी एक पद के लिए पहले इतनी बड़ी संख्या में आवेदन नहीं आए थे. कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की ओर से यह पद भरा जा रहा है.
दरअसल, हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में जेओए आईटी का एक पद भरा जाएगा और 9 अक्तूबर को जेओए आईटी के लिए लिखित परीक्षा करवाई जाएगी. ऐसा नहीं है कि यह पहला मामला है, जिससे पता चलता है कि सूबे में कितनी बेरोजगारी है. इससे पहले भी कई बार चंद पदों के लिए लाखों आवेदन आ चुक हैं.
हाल ही में जून 2022 में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में चपरासी के 93 पदों के लिए भर्ती हुई थी. इसमें मैट्रिक के टॉपर ने भी आवदेन किया था. युवती के दसवीं में 96.85 फीसदी अंक थे. इसके अलावा, अन्य आवदेकों के भी 90 प्रतिशत से ऊपर अंक हैं. इस संबंध में कैटेगिरी के हिसाब से मेरिट सूची जारी की गई थी और मैरिट देखकर हर कोई हैरान रह गया था. अब ताजा मामले से पता चलता है कि हिमाचल में पढ़े-लिखे युवाओं के लिए बेरोजगारी किस तरह से गंभीर समस्या है.
हिमाचल में क्या है बेरोजगारी का हाल
हिमाचल प्रदेश में 8 लाख से ऊपर पढ़े-लिखे युवा बेरोजगार हैं. हिमाचल विधानसभा के सदन मे यह जानकारी दी गई थी. बीते साल अगस्त 2020 में विधानसभा के मॉनसून सत्र में उद्योग मंत्री की ओर से लिखित जवाब में बताया गया था कि 31 जनवरी, 2020 तक प्रदेश में 8 लाख 46 हजार 209 बेरोजगार शिक्षित बेरोजगार थे. अब दो साल बाद हिमाचल में यह आंकड़ा बढ़ गया है. और हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि हिमाचल में 100 में 12 लोग बेरोजगार हैं. हिमाचल की आबादी 70 लाख के करीब है और यहां की 12 फीसद आबादी बेरोजगार है.