हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के रामपुर डिपो की 11 बसें कई ग्रामीण रूटों पर सड़कें बंद होने से फंस गई हैं। लगातार हो रही बरसात के कारण कई जगह सड़कों पर मलबा गिर रहा है तो कहीं डंगे गिर रहे हैं, जिस कारण यातायात भी प्रभावित हो रहा है। इससे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। आए दिन हो रही वर्षा ने लोगों के जीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है।
सड़कों के बंद होने से सबसे अधिक परेशानी सेब बागवानों को हो रही है। क्षेत्र में इन दिनों सेब सीजन अपने चरम पर है और बंद हो रही सड़कों ने उनकी परेशानी को बढ़ा दिया है। उन्हें बस यही चिता सता रही है कि यदि इसी तरह सड़कें बार-बार बंद होती रहीं तो उनकी सेब की फसल मंडियों तक नहीं पहुंच पाएगी और उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
नुकसान से हिमाचल पथ परिवहन निगम का रामपुर डिपो भी अछूता नहीं है। सड़कों के बंद होने और बसों के फंसने से निगम को आए दिए लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। शुक्रवार को भी निगम की दो बसें बागीपुल, चार शारवी, एक चकलोट, दो खनाग, एक कारशाडाबाग, एक तरांडा में फंसी रही। इसके अतिरिक्त रोहड़ू, केदस, कोटगढ़, मघारा और डमराड़ी क्षेत्रों के लिए सड़कें बंद हैं। जबकि रामपुर में भी कुछ देर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग बीएसएनएल की एक्सचेंज के पास बंद रहा। वहीं कन्या स्कूल रामपुर के पास भी पत्थर गिर रहे हैं।
इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें धंस गई हैं। कई दिन से लगातार हो रही वर्षा से अब नुकसान बढ़ने लगा है। सड़क पर मलबा व पेड़ गिरने से आवाजाही प्रभावित हो रही है। परिवहन निगम की 11 बसें अलग-अलग रूटों पर फंसी हुई हैं। इस कारण निगम सहित यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। लोक निर्माण व वन विभाग से मांग की गई है कि समय रहते सड़कों को बहाल किया जाए।