रक्षाबंधन (Rakshabandhan) पर आरती की थाली का भी बड़ा महत्व होता है. रक्षाबंधन पर थाली में चंदन, रोली, अक्षत्, दही आदि भी रखें. इससे भाई-बहन का प्रेम पवित्र बना रहता है.
रक्षाबंधन का त्योहार 11 अगस्त दिन गुरुवार को है
इस बार रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त शाम को है.
भाई-बहन के प्यार का प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन (Rakshabandhan) श्रावण महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है. इस पवित्र दिन बहन अपने भाई को राखी बांधती है और भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शुभ मुहूर्त में राखी पहनना बेहद जरूरी है. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि भद्रा के समय राखी नहीं बांधनी चाहिए. रक्षाबंधन पर आरती की थाली का भी बड़ा महत्व होता है. थाली में किन चीजों को शामिल करना चाहिए, यह जानना भी बेहद जरूरी है.
कब है रक्षाबंधन?
इस साल रक्षाबंधन गुरुवार 11 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा. श्रावण शुक्ल पूर्णिमा 11 अगस्त को सुबह 10.36 बजे से शुरू होकर 12 अगस्त को सुबह 08.05 बजे तक चलेगी. 11 अगस्त को अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.08 बजे से दोपहर 12.56 बजे तक रहेगा.
अमृत मुहूर्त सुबह 06.55 बजे से सुबह 08.20 बजे तक चलेगी. ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04.22 बजे से प्रातः 05.05 बजे तक रहेगा. धार्मिक मान्यता के अनुसार राखी बांधते समय भाई का मुख पूर्व की ओर तथा बहन का मुख पश्चिम की ओर होना चाहिए.
इस बार रक्षाबंधन पर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त शाम 04:26 पीएम से अगले दिन 12 अगस्त को सुबह 05:58 तक है.
रक्षाबंधन पर आरती की थाली कैसे करें तैयार
रक्षाबंधन पर आरती की थाली का विशेष महत्व होता है. रक्षाबंधन पर थाली में चंदन जरूर रखना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंदन को बेहद पवित्र माना गया है. चंदन के साथ ही थाली में रोली, अक्षत्, दही आदि भी रखें.
रोली अक्षत् के तिलक से नकारात्मक शक्तियों का अंत होता है. रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर थाली में दीपक जरूर जलाएं. इससे भाई बहन का प्रेम पवित्र बना रहता है. इसके अलावा मुंह मीठा कराने के लिए थाली में मिठाई का होना भी जरूरी है, ताकि भाई-बहन के रिश्तों में मिठास बनी रहे.