भरमाड़ में किसानों
मोनिका शर्मा, खबर आज तक
इफको कांगड़ा ने गरूवार को ज्वाली क्षेत्र की भरमाड़ कृषि सहकारी समिति के प्रगतिशील किसानों के लिए नैनो उर्वरकों के उपयोग हेतु किसान सभा का आयोजन किया। इस दौरान 80 प्रगतिशील किसानों एवं क्षेत्र की विभिन्न सहकारी समितियों के पदाधिकारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सहकारिता विभाग से नूरपुर वित के सहायक पंजीयक ;सहकारी सभाएं व मनमोहन कृष्ण एवं खंड निरीक्षक फतेहपुर आशा रानी एवं इफको के डेलिगेट एवं हिमफैड के अध्यक्ष करण ओबेरॉय सहित इफको के क्षेत्र अधिकारी श्रेय सूद व परविंदर सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों को इफको द्वारा विश्व प्रथम निर्मित तरल नैनो यूरिया एवं हाल ही में भारत सरकार द्वारा स्वीकृत नैनो डीएपी पर विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गई। नैनो यूरिया आधुनिक तकनीक द्वारा निर्मित एक तरल उत्पाद है और आम यूरिया खाद का एक पर्यावरण हितैषी विकल्प है।
किसानों को संबोधित करते हुए सहायक पंजीयक ने भी किसानों को नवीनतम तकनीकों पर आधारित उत्पादों जैसे रू नैनो यूरिया तरल एवं विभिन जल विलय उर्वरकों के संबंध में जानकारी प्रदान कर भविष्य में नैनो उत्पादों मदद से बहुमूल्य मुद्रा की अनुदान के रूप में बचत के बारे में प्रतिभागियों को अवगत करवाया।
नैनो फसल की पैदावार बढ़ाने और पारंपरिक खाद के कारण होने वाले पर्यावरण प्रदूषण को कम करके किसानों की आय में सुधार करने में अहम् भूमिका रखेगा। एक बोतल इफको नैनो किसानों को 600 रूपए में अपनी सहकारी समिति के माध्यम से उपलब्ध होगी, जो की पारंपरिक खाद की खपत को लगभग आधा कर देगी।
इफको नैनो टेक्नोलॉजी से निर्मित एक अनोखा उत्पाद है, जो कि बीजध्जड़ उपचार एवं पोधो के ऊपर छिड़काव करके इस्तेमाल किया जाता है और ये पारम्परिक खाद की तुलना में ज़्यादा प्रभावशाली उत्पाद है और पर्यावरण हितैषी भी है।
पारम्परिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से कारण होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए नैनो खाद एक बेहतर विकल्प है। एवं प्रतिभागी किसानों को इफको द्वारा अपने नीम पौधा रोपन अभियान के तहत नीम के पौध भी आबटित किये गए। इस मौके पर सहकारी समिति के प्रांगण में सहायक पंजीयक ने नीम का पौधा भी रोपा।