नशे के सौदागर
मोनिका शर्मा , धर्मशाला
प्रदेश में भी चिटटे का नशा पूरी तरह से जड़ें पकड़ चुका है। पंजाब के बाद यह नशा अब देवभूमि की युवा पीढ़ी को बर्बाद कर रहा है। प्रदेश के सबसे बड़े जिले कांगड़ा में पिछले 2 सालों के आंकड़ों की बात करें तो चिटटा तस्करी के 307 मामले सामने आए हैं तथा इस साल अप्रैल तक 26 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। पुलिस थानों में दर्ज मामलों की बात करें तो साल 2020 से 2022 तक 4 किलो 300 ग्राम चिटटे की खेप बरामद की जा चुकी है तो वहीं इस साल में अप्रैल तक 213 ग्राम से ज्यादा चिटटा बरामद किया जा चुका है, जिसकी कीमत करोड़ों में है। धीमी मौत का यह नशा देवभूमि के यूवाओं पर भारी पड़ रहा है तथा न जाने कितनी जिंदगियां लील चुका है।
कांगड़ा जिले की पुलिस भले ही मुस्तैदी से चिटटा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी हो लेकिन आंकड़ों पर गौर करें तो साफ है कि मौत के सौदागर अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे तथा पैसे के लिए यूवाओं को मौत के कुंए में धकेलने का आमादा है।
उधर इस बारे में जब एएसपी कांगड़ा हितेश लखनपाल से बात की गई तो उन्होंने आंकड़ों की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस नशे के सौदागरों के िखलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि यूवाओं के अभिभावक अपने बच्चों पर नजर रखें तो वहीं समाज को भी जागरूक होकर नशे के कारोबार को रोकने के लिए नशे के कारोबार की सूचना पुलिस को देनी होगी ताकि युवा पीढी नशे के दलदल में न फंसे।