कांग्रेस
मोनिका शर्मा, धर्मशाला
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार ने प्रदेश मंत्रिमंडल को लेकर परमार ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार में कांगड़ा से 4 नेता मंत्रिमंडल में थे, जबकि कांग्रेस ने कांगड़ा से मात्र एक मंत्री बनाया है, कई कतार में है, कईयों के नाम तो उछाले जाते हैं, लेकिन बाद में वापिस ले लिए जाते हैं। यह कांगड़ा की जनता के साथ षडयंत्र है या यूं कहें कि जिला का एक तरह से मर्डर किया जा रहा है। सोमवार को धर्मशाला में प्रेसवार्ता में परमार ने कहा कि 7 माह में की गई घोषणाएं धरातल पर नहीं उतर पाई हैं।
कोरोना काल में दो साल तक जान पर खेल कर सेवाएं देने वाले 10 हजार कोरोना वॉरियर्स को बिना वेतन काम करना पड़ रहा है, सरकार इन्हें बेरोजगार करने पर उतारू है। परमार ने कहा कि कांग्रेस नेता विपक्ष में रहते हुए जिन अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते थे, आज उन्हीं अधिकारियों को सलाहकार बनाया जा रहा है।
आलम यह है कि सरकार में आपसी तालमेल नहीं है, ऐसा लगता है कि सरकार अपनों से ही डरी हुई है। प्रदेश में सरकार संवेदनहीन है, लेकिन विपक्ष मजबूत है और संवेदनशील है तथा शांत नहीं बैठेगा।