अंतर्राष्ट्रीय मिंजर महोत्सव
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि हमारी समृद्ध लोक परंपराएं प्रगति और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन्हें भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित करने के साथ-साथ समाज में फैल रहे अवैध नशे के कारोबार पर भी जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
राज्यपाल आज चम्बा जिले में ऐतिहासिक मिंजर मेले के शुभारम्भ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। राज्यपाल के रूप में श्री शिव प्रताप शुक्ल का चंबा जिले का यह पहला दौरा है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि प्रदेशवासियों को महोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि चम्बा जिला अपनी नैसर्गिक सुंदरता और समृद्ध लोक संस्कृति के लिए विश्व प्रसिद्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का हर गांव और हर शहर संस्कृति का एक अनूठा पन्ना है, जो अन्यत्र कहीं नहीं मिलता। यहां संस्कृति और परम्पराओं को मेलों के माध्यम से संरक्षण देकर भाईचारे व बंधुत्व को बढ़ावा दिया जाता है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मिंजर महोत्सव में यहां की पुरातन लोक परम्पराओं, मान्यताओं और आस्थाओं का गहरा नाता रहा है।
श्री शुक्ल ने प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के कारण हुए जान-माल के नुकसान पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जिले में भी काफी नुकसान हुआ है। लेकिन, जिस तत्परता के साथ, सरकार, प्रशासन, पुलिस बल और केंद्रीय मदद मिली है, उससे स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए भारतीय वायु सेना, सेना और अर्ध-सैनिक बलों के जवानों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह से भेंट कर स्थिति से अवगत करवाया।
उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा फौरी राहत के तौर पर साढ़े तीन सौ करोड़ से अधिक की राहत राशि जारी करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्रदेश में आई इस प्राकृतिक आपदा पर पूरी नजर रखे हुए है और एक केंद्रीय दल हिमाचल के दौरे पर भी है जो नुकसान का आकलन कर रहा है।
उन्होंने विभिन्न गैर सरकारी संगठनों से आग्रह किया कि उन्हें इस आपदा के समय में मदद के लिए आगे आना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से अपील की कि वे आपसी सौहार्द को बनाए रखें। उन्होंने कहा कि आज समाज में ऐसे अनेक असमाजिक तत्व हैं जो संस्कृति पर चोट करने से नहीं चूकते। ऐसे लोगों से सभी को सावधान रहने की जरूरत है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रदेश में बढ़ते नशे पर भी अपनी चिंता जाहिर की तथा कहा कि प्रदेश सरकार इस विषय पर गंभीरता से प्रयास कर रही है। लेकिन, हमें इस बुराई के खिलाफ जागरूक होकर कार्य करने की आवश्यकता है।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने चंबा के पारंपरिक कुंजड़ी मल्हार गीत के बीच ध्वजारोहण कर मिंजर मेले का औपचारिक उद्घाटन किया। वह चम्बा के प्राचीन लक्ष्मीनारायण मंदिर भी गए और मिंजर भेंट कर माता का आशीर्वाद लिया। उन्होंने कला एवं शिल्प मेले का शुभारम्भ भी किया।
उन्होंने विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा वर्तमान सरकार की उपलब्धियों को दर्शाने वाली प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया और इसमें गहरी रुचि भी दिखाई।
इस अवसर पर राज्यपाल ने मिंजर मेला खेल प्रतियोगिताओं की औपचारिक शुरुआत की भी घोषणा की। पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक यादव ने राज्यपाल को सम्मानित किया।
उपायुक्त एवं मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री अपूर्व देवगण ने आयोजन समिति की ओर से राज्यपाल को शॉल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक संध्या में समिति द्वारा हर वर्ग के हित का ख्याल रखा गया है। उन्होंने कहा कि आठ दिवसीय इस मेले में चंबा जिला सहित प्रदेश के अन्य जिलों के कलाकारों को भी अपनी प्रस्तुतियां देने का मौका मिलेगा।
नगर परिषद चम्बा की अध्यक्ष श्रीमती नीलम नैयर ने राज्यपाल को मिंजर भेंट कर सम्मानित किया। उपायुक्त की धर्मपत्नी श्रीमती श्वेता देवगन ने लेडी गवर्नर श्रीमती जानकी शुक्ल को सम्मानित किया।
उपायुक्त ने मेला समिति की ओर से विधानसभा के अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह पठानिया, विधायक श्री नीरज नैयर एवं श्री डी.एस. ठाकुर तथा पूर्व मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी को भी सम्मानित किया।
राज्यपाल के सचिव श्री संदीप कदम, नगर परिषद के पार्षद, विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।