खबर आज तक

Himachal

बोरी वाले यूरिया की जगह नैनो यूरिया तरल है फसलों में ज़्यादा कारगर , सलोह में दिए टिप्स 

नैनो यूरिया

मोनिका शर्मा, धर्मशाला 

इफको काँगड़ा द्वारा क्षेत्र की सलोह कृषि सहकारी समिति के प्रगतिशील किसानो के लिए नैनो उर्वरकों के उपयोग हेतु “किसान सभा ” का आयोजन किया गया जिसमे 55 प्रगतिशील किसानो ने भाग लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से समिति की कार्यकारिणी कमेटी सहित सचिव सुरिंदर गुलेरिआ सहित इफको के क्षेत्र अधिकारी श्रेय सूद उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को मुख्य रूप से इफको द्वारा विश्व प्रथम निर्मित तरल नैनो यूरिया एवं हाल ही में भारत सरकार द्वारा स्वीकृत नैनो डीएपी पर विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गयी। नैनो यूरिया आधुनिक तकनीक द्वारा निर्मित एक तरल उत्पाद है और आम यूरिया खाद का एक पर्यावरण हितैषी विकल्प है।

किसानो को सम्बोधित करते हुए उन्हें कृषि में नवीनतम तकनीकों पर आधारित उत्पादों जैसे : नैनो यूरिया तरल एवं विभिन जल विलय उर्वरकों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की एवं भविष्य में नैनो उत्पादों मदद से बहुमूल्य मुद्रा की अनुदान के रूप में बचत के बारे में प्रतिभागियों को अवगत करवाया। नैनो DAP (तरल) फसल की पैदावार बढ़ाने और पारंपरिक NPK (12:32:16) एवं DAP खाद के कारण होने वाले पर्यावरण प्रदूषण को कम करके किसानों की आय में सुधार करने में अहम् भूमिका रखेगा ।

एक बोतल इफको नैनो DAP (तरल) की किसानो को 600 रूपए में अपनी सहकारी समिति के माध्यम से उपलब्ध होगी जो की पारम्परिक NPK/DAP खाद की खपत को लगभग आधा कर देगी इफको नैनो DAP नैनो टेक्नोलॉजी से निर्मित एक अनोखा उत्पाद है जो कि बीज/जड़ उपचार एवं पोधो के ऊपर छिड़काव कर के इस्तेमाल किया जाता है और ये पारम्परिक NPK/DAP की तुलना में ज़्यादा प्रभावशाली उत्पाद है और पर्यावरण हितैषी भी। पारम्परिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से कारण होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए नैनो DAP एक बेहतर विकल्प है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The Latest

https://khabraajtak.com/wp-content/uploads/2022/09/IMG-20220902-WA0108.jpg
To Top