श्रीखंड महादेव यात्रा
दुनिया की कठिनत यात्राओं में शुमार श्रीखंड यात्रा 7 से 20 जुलाई तक आयोजित होगी। श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच के बाद ही उन्हें यात्रा पर जाने दिया जाएगा। श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट की ओर से यह यात्रा जिला कुल्लू प्रशासन की देखरेख में करवाई जाएगी। यात्रा शुरू करने से पूर्व श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच होगी और इसके बाद ही उन्हें यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी। इस यात्रा के लिए पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।
जिला कुल्लू के निरमंड उपमंडल की 18570 फुट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंडेश्वर महादेव की यात्रा को लेकर हर वर्ष हजारों श्रद्धालु प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचते हैं। श्रीखंड यात्रा पर जाने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। ट्रस्ट की वैबसाइट पर श्रद्धालु अपना स्वास्थ्य जांच प्रमाण पत्र अपलोड कर सकते हैं। यात्रा के पहले बेस कैंप सिंहगाड़ में भी स्वास्थ्य जांच की सुविधा उपलब्ध होगी।
उल्लेखनीय है कि सिंहगाड़, थाचड़ू, भीम डवारी और पार्वती बाग में बेस कैंप स्थापित किए जाते हैं। सिंहगाड़, थाचड़ूऔर भीम डवारी यात्रा के 3 पड़ाव हैं। यहां मैडीकल टीम, दवा व ऑक्सीजन की व्यवस्था रहती है। पुलिस जवान व होमगार्ड रास्ते में तैनात रहते हैं। यात्रा के रास्ते में डंडाधार, थाचड़ू, काली टॉप, कालीघाटी, भीम तलाई, कुंशा, भीम डवारी, पर्वती बाग व नैन सरोवर दर्शनीय स्थल आते हैं।
इन मार्गों से पहुंंचा जा सकता श्रीखंड महादेव
श्रीखंड महादेव पहुंचने के लिए शिमला जिले के रामपुर से कुल्लू के निरमंड होकर बागीपुल व जाओं तक कार व बस से आ सकते हैं। यहां से आगे करीब 35 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी होती है। कुल्लू की ओर से 5 रास्तों से निरमंड पहुंच सकते हैं। शिमला से रामपुर 130 किलोमीटर, रामपुर से निरमंड 17 किलोमीटर, निरमंड से बागीपुल 17 किलोमीटर, बागीपुल से जाओं करीब 12 किलोमीटर, जाओं से करीब 35 किलोमीटर पैदल यात्रा श्रीखंड तक होती है।