सिरमौर में बेमौसमी
जनपद सिरमौर में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बुधवार देर रात और वीरवार तड़के हुई बारिश और ओलावृष्टि सेे गुठलीदार पौधों और नकदी फसलों को खासा नुकसान पहुंचा है। खासकर टमाटर और शिमला मिर्च बुरी तरह प्रभावित हुई है। इसके अलावा बारिश से खोदाई किया लहसुन भी खेतों में भी भीग गया है। पच्छाद विधानसभा क्षेत्र की बागथन, बजगा, मानगढ़, सराहां वासनी, मानगढ़, डिंगर किन्नर और जयहर पंचायत के अलावा नाहन और रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों में भारी ओलावृष्टि हुई। इससे टमाटर, शिमला मिर्च, आड़ू, खुमानी और प्लम की फसलों को नुकसान पहुंचा है।
बनेठी पंचायत के गौंत गांव में किसानों का खोदाई किया लहसुन भी भीग गया है। दरअसल, पच्छाद, सैनधार, धारटीधार क्षेत्र में बड़े पैमाने पर टमाटर और शिमला मिर्च की नकदी फसल लगाई जाती है। इस मर्तबा दो बार ओलावृष्टि होने फसल बुरी तरह प्रभावित हो गई है। ओलावृष्टि का ज्यादा असर बागथन, बजगा, लाना बांका, सराहां, मानगढ़, वासनी पंचायत में पड़ा है। इस पंचायत में फसलें अधिकतर नष्ट हो चुकी हैं। फलदार पौधों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। मानगढ़ पंचायत के किलर, सितवर, पाव, चड़ेची, सेर शोग, रेन बाड़ू और मानगढ़ गांव में भी ओलावृष्टि ने भारी नुकसान पहुंचाया है।
पूर्व जिला परिषद सदस्य चक्रधर भंडारी, विनय शर्मा, मानगढ़ पंचायत के उपप्रधान चिंतामणि, रीता शर्मा, यशपाल, प्रदीप कुमार, संदीप, सुरेश कुमार और सुनील ने बताया कि भारी ओलावृष्टि से टमाटर और शिमला मिर्च की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। खुमानी, आडू और प्लम के फलदार पौधे भी प्रभावित हुए है। किसानों ने सरकार और विभाग से मुआवजे की मांग की है। कृषि और उद्यान विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाने के निर्देश दिए गए हैं। नुकसान की रिपोर्ट तैयार करके सरकार को भेजी जाएगी। प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा प्रदान किया जाएगा।