शिमला-मटौर फोरलेन
शिमला से मटौर तक प्रस्तावित फोरलेन निर्माण के अंतर्गत नादौन में ब्यास नदी पर अत्याधुनिक पुल बनाया जाएगा। इस हाई लेवल पुल के निर्माण के लिए आजकल भूमि परीक्षण के लिए नदी के किनारे पर ड्रिलिंग का कार्य चल रहा है। इस परियोजना के स्ट्रक्चर इंजीनियर दीपक धीमान ने कहा कि यह पुल करीब 1,100 फीट लंबा और 50 फीट चौड़ा बनाया जाएगा। इसके लिए नदी में भूमि के अंदर मिट्टी पत्थर तथा चट्टानों का परीक्षण करने के लिए ड्रिलिंग का कार्य जोरों पर है। गुजरात की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के माध्यम से चल रहे इस फोरलेन कार्य के अंतर्गत राजस्थान की एक कंपनी ड्रिलिंग का कार्य कर रही है।
ई. दीपक धीमान ने कहा कि ड्रिलिंग से निकलने वाले मेटीरियल आदि के होने वाले चार परीक्षणों में से दो परीक्षण किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि ज्वालाजी क्षेत्र में पड़ने वाले गंजू बाग से नादौन क्षेत्र में पड़ने वाले चील-बाहल गांव तक इस राष्ट्रीय राजमार्ग को 100 से 120 फीट तक चौड़ा बनाया जाएगा। ब्यास नदी पर बनाए जाने वाला पुल नादौन के ऐतिहासिक गुरुद्वारा दसवीं पातशाही के पास से आधुनिक तथा पूरी तरह से वैज्ञानिक तरीके से बनेगा। इंजीनियर धीमान ने कहा कि ड्रिलिंग से निकलने वाली मिट्टी के कई नमूने देहरादून लैब में टेस्ट किए जाएंगे और इसमें इस पुल के पिलर कितने गहरे बनाए जाने चाहिए, इसका पता लगाने के बाद इंजीनियर पुल का नक्शा और प्रारूप तैयार करेंगे और इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।