बिलासपुर के लुहणू
बिलासपुर के लुहणू से बंदला धार के लिए रोपवे शुरू करने की उम्मीद बढ़ गई है। केंद्रीय बजट में पर्वतमाला योजना में तीन किलोमीटर के इस रोपवे को शुरू करने की घोषणा की गई थी। रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी थी। इसके बाद इसके लिए बजट में 150 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। अब इस परियोजना की प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करने के लिए शुक्रवार को रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की टीम बिलासपुर आ रही है। यह टीम लुहणू से बंदला की पहाड़ी तक जहां से इस रोपवे को ले जाना है, उस जमीन का जायजा लेगी।
साइट को देखने के बाद इस परियोजना के लिए कितनी निजी भूमि और कितनी सरकारी भूमि का अधिग्रहण करना होगा, इसकी भी रिपोर्ट तैयार होगी। इसके अलावा तकनीकी रूप से क्या बेहतर संभावनाएं हैं और क्या नहीं, इस पर भी इस रिपोर्ट में टीम अपने कमेंट देगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस रोपवे को अपनी घोषणा के महत्वपूर्ण 13 रोपवे में शामिल किया था। इसकी अनुमानित लागत 150 करोड़ रुपये है। हालांकि, रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद ही तय होगा कि रोपवे बनाने में कितना खर्च होना है। बंदला पैराग्लाइडिंग साइट विश्व की तीन श्रेष्ठ पैराग्लाइडिंग साइट में से एक है।
इस साइट पर मानव परिंदे गोबिंद सागर झील पर बेखौफ होकर एक्रो गतिविधियां करते हैं। रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कारपोरेशन ने भारत सरकार के साथ इस परियोजना के लिए समझौता किया है। पर्वतमाला योजना में इसे लिया गया है। इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट पहले ही जा चुकी है। अब इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट बनाने के लिए टीम शुक्रवार को बिलासपुर पहुंचेगी। टीम परियोजना के जमीन संबंधी और अन्य जरूरी पहलुओं पर रिपोर्ट तैयार करेगी। – रोहित ठाकुर, मुख्य महाप्रबंधक, रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन